रात्रिमान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- प्रत्येक उपग्रह के समय-खंड ( रात्रिमान या दिनमान के भाग ) के प्रारंभ में लग्न निकाला जाता है।
- इस प्रणाली में इसी प्रकार की 30 नाडियां रात्रिमान की अवधि से भी निर्धारित की जाती है . ...
- इस समय भी कर्क रेखा से मकर रेखा के मध्य पृथ्वी के सभी स्थानों पर दिनमान एवं रात्रिमान बराबर होते हैं।
- दिनमान एवं रात्रिमान में क्यों होता है परिवर्तन कल्पना प्रति वर्ष 21 - 22 सितंबर को दिन एवं रात लगभग बराबर होते हैं।
- त्रिभाग बल निकालने के लिये व्यक्ति का जन्म दिनमान या रात्रिमान के जिस भाग में उस भाग के स्वामी ग्रह को बल दिया जाता है .
- उत्तरायण में दिन की अवधि [ दिनमान ] की नित्य बढोतरी होती है , जबकि रात की अवधि [ रात्रिमान ] कम होने लगती है।
- इसी प्रकार रात्रिमान ( सूर्यास्त से सूर्योदय ) के समय को 8 से विभाजित करने पर प्राप्त समय रात्रि के एक चैघड़िया का समय होता है।
- यदि जन्म रात्रि के समय अर्थात् सूर्य अस्त से सूर्य उदय के बीच है तो- रात्रि मान साधन कर रात्रिमान को आठ बराबर भागों में बांटें।
- इस दिन कर्क रेखा से मकर रेखा के मध्य पृथ्वी के सभी स्थानों पर दिनमान एवं रात्रिमान लगभग समान होते हैं अर्थात 12 घंटे का दिन एवं 12 घंटे की रात्रि होती है।
- सर्वेषामेव वर्णानां योगो मध्यं दिने अभिजित्॥ जिस प्रकार से दिन के मुहूर्तों की गणना करने के लिए अभीष्ट दिन के दिनमान को आधार बनाया जाता है , उसी तरह से रात्रिकालिक मुहूर्तों की गणना करने के लिए रात्रिमान के आधार पर प्रत्येक मुहूर्त का समय ज्ञात किया जाता है।