रुचिकारी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चावल का सत्तू : चावल का सत्तू अग्निवर्द्धक , हलका , शीतल , मधुर ग्राही , रुचिकारी , बलवीर्यवर्द्धक , ग्रीष्म काल में सेवन योग्य उत्तम पथ्य आहार है।
- चावल का सत्तू : चावल का सत्तू अग्निवर्द्धक , हलका , शीतल , मधुर ग्राही , रुचिकारी , बलवीर्यवर्द्धक , ग्रीष्म काल में सेवन योग्य उत्तम पथ्य आहार है।
- यह फल वात-पित्त-कफ को नष्ट करने वाला , रुचिकारी , जहर को नष्ट करने वाला , मुख-शोधक ( मुंह के विकारों को नष्ट करने वाला ) तथा बुखार को नष्ट करने वाला होता है।
- यह फल वात-पित्त-कफ को नष्ट करने वाला , रुचिकारी , जहर को नष्ट करने वाला , मुख-शोधक ( मुंह के विकारों को नष्ट करने वाला ) तथा बुखार को नष्ट करने वाला होता है।
- फांगला छोटा , रूक्ष ( रूखा ) , गर्म , दीपक ( उत्तेजक ) , रुचिकारी , तीक्ष्ण ( तीखा ) , रक्तसंचारक होता है तथा यह वात -कारक , कफ -कारक , घाव को ठीक करने वाला , बवासीर को ठीक करने वाला , कुष्ठ रोग को ठीक करने वाला तथा जहर को मिटाने वाला होता है।
- फांगला छोटा , रूक्ष ( रूखा ) , गर्म , दीपक ( उत्तेजक ) , रुचिकारी , तीक्ष्ण ( तीखा ) , रक्तसंचारक होता है तथा यह वात -कारक , कफ -कारक , घाव को ठीक करने वाला , बवासीर को ठीक करने वाला , कुष्ठ रोग को ठीक करने वाला तथा जहर को मिटाने वाला होता है।