रुष्टा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- क्षणे तुष्टा क्षणे रुष्टा - यानी क्षण में प्रसन्न और क्षण में क्रोधित होने से भी इन्हें भोले स्वभाव का माना गया है ।
- सुबह कुछ , शाम को कुछ, छड़े रुष्टा छड़े तुष्टा, चूँकि भाई रामगोपाल जी नेता जी के परिवार के है अतएव मुझे कुछ नहीं कहना है.
- सुबह कुछ , शाम को कुछ , छड़े रुष्टा छड़े तुष्टा , चूँकि भाई रामगोपाल जी नेता जी के परिवार के है अतएव मुझे कुछ नहीं कहना है .