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लघुमति का अर्थ

लघुमति अंग्रेज़ी में मतलब

उदाहरण वाक्य

  1. यही मीडीया वाले कौ लघुमति की बहुत चिंता है तो पाकिस्तान और बांग्लादेश मै हिन्दओ पर जो अत्याचार होता है उनके बारे मे क्यो नहीं दिखाते और लिखते ?
  2. मेरी नज़र में जनता दल ( यू) और बीजेपी गठबंधन टूटने वाला था भी नहीं, ये एक रणनीति थी, तमाशा था कि जनता दल(यू) लघुमति और दलितों के लिए काम करते हैं और बीजेपी बहुमतिओं के लिए.
  3. जब वडोदरा में दंगे हुऎ तब ये सारी चेनल वाले और बी . बी.सी. वाले शोर मचाने लगे के गुजरात मे लघुमति की कोई सुरक्षा नहीं है परंतु जब काश्मिर की बात आती है तो ये सारे हरामखोर की जात चुप हौ जाते है.
  4. सरकार की यह कवयत सिर्फ़ इस लिए है की शाहरुख ख़ान एक मुस्लिम अभिनेता है , और सरकार लघुमति समाज को इस तरह से विश्वास मे लेना चाहती है , अगर इसकी जगह कोई हिंदू अभिनेता होता तो शायद इतना बाबल भी ना हुआ होता .
  5. जब वडोदरा में दंगे हुऎ तब ये सारी चेनल वाले और बी . बी . सी . वाले शोर मचाने लगे के गुजरात मे लघुमति की कोई सुरक्षा नहीं है परंतु जब काश्मिर की बात आती है तो ये सारे हरामखोर की जात चुप हौ जाते है .
  6. लेकिन हमारी आवाज़ तो आप के कानो में पहुँच नहीं सकती , फिर भी हम पत्र के द्वारा आपको नम्र निवेदन कीजिए, केवल वॉय बैंक का ख्याल न रखे सर्व नागरिक की जान मॉल का रक्षण की सचोट व्यवस्था कीजिए, कोई लघुमति बहुमति नहीं होनी चाहिए सभी को सामान अधिकार प्राप्त हो, सबको सामान न्याय मिले,
  7. ओर ईधर कांग्रेस जो के हमेंशा हिन्दु विरोधी रही है उन्होने एक प्रधान को भेज दिया ओर कहने लगी के गुजरात मे लघुमति सुरक्षित नही है परंतु वै काश्मिर नही गये जहा 35 हिन्दु को मारा गया था , क्या वै 35 हिन्दु जो काश्मिर मे मारे गये वो मनुष्य नही है ? वहा कयु कोई कमिटी नही बिठाई गई ?
  8. यहाँ एक बात की और ध्यान दिलाना आवश्यक है कि उत्तर-आधुनिक समय अगर राजनैतिक एवं सामाजिक लघुमतियों की अभिव्यक्तियों का दौर है तो उसे समझने के लिए यह जानना ज़रूरी है कि इस दौर की ये अभिव्यक्तियां अपने पूर्ववर्ती दौर से कैसे अलग थीं ? डिल्यूज़ और ग्वात्तारी का कहना है कि काफ़्का ने सत्ता की भाषा में अपनी यहूदी लघुमति संस्कृति को चाहे अपनी कृतियों में प्रकट किया ; पर इतना काफ़ी नहीं है।
  9. हम लोग कब तक ये सहन करते रहेगे ? और कितने हिंन्दु ईस नालायक ईस्लामिक त्रासवाद का हम शिकार बनते रहेगे ? कहाँ गये वो लोग जो मानवाधिकार की बात करने वाले ? जब गुजरात मे दंगे हुए तो ये दंभी मानवाधिकार वाले तिस्ता शेतलवड,महेश भट्,शबाना आजमी,जावेद अखतर,आमीरखान ओर अरुंधती रोय सब नीकल पडे थे ओर बोल रहे थे गुजरात मे लघुमति असुरक्षित है तो आज काश्मीर मे जिस तरह हिन्दुओ की हत्या होती है तो चुप क्यो है ?
  10. हम लोग कब तक ये सहन करते रहेगे ? और कितने हिंन्दु ईस नालायक ईस्लामिक त्रासवाद का हम शिकार बनते रहेगे ? कहाँ गये वो लोग जो मानवाधिकार की बात करने वाले ? जब गुजरात मे दंगे हुए तो ये दंभी मानवाधिकार वाले तिस्ता शेतलवड , महेश भट् , शबाना आजमी , जावेद अखतर , आमीरखान ओर अरुंधती रोय सब नीकल पडे थे ओर बोल रहे थे गुजरात मे लघुमति असुरक्षित है तो आज काश्मीर मे जिस तरह हिन्दुओ की हत्या होती है तो चुप क्यो है ?
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