लवंगलता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘पापा , घूमने चलो न?' बच्ची के साथ आदमी घूमने निकलता तो स्वयं को चिंगेज़ खान नेपोलियन बोनापार्ट समझता, जीभ पर लवंगलता का स्वाद और आत्मा में सौ सूरजमुखी खिल उठते, एक उम्र के ठहरे हुए मेह माथे पर बरसने होने के समूचे लय में थिरकने लगते.
- उद्घाटन पश्चात संस्कृति एवं पुरातत्व के संचालक श्री नरेन्द्र शुक्ल द्वारा बाबू प्यारेलाल गुप्त जी की रचनाओं यथा सुखी कुटुम्ब और लवंगलता ( उपन्यास ) , पुष्पहार ( गल्पसंग्रह ) , फ्रांस की राज्य क्रांति और ग्रीस का इतिहास , बिलासपुर वैभव , रतनपुर के विष्णु यज्ञ का स्मारक ग्रंथ , एक दिन ( प्रहसन ) , साहित्य वाचस्पति पं . लोचनप्रसादजी पाण्डेय की प्रामाणिक जीवनी एवं ‘ प्राचीन छत्तीसगढ़ ' नामक पुस्तक के बारे में उल्लेख किया गया।