लालड़ी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बुधवार को ललीतखेड़ा में आयोजित महिला किसान पाठशाला में कीट सर्वेक्षण के दौरान लालड़ी व अखटिया बग भी महिलाओं के बीच आ गए।
- माणिक्य के विकल्प के रूप में लालड़ी , लाल रंग का तामड़ा , सूर्यकान्त मणि , माणिक्य के रंग का एजेट धारण कर सकते हैं।
- अगर सूर्य के गलत प्रभाव सामने आ रहे हों तो सूर्य के दिन यानी रविवार को उपवास तथा माणिक्य लालड़ी तामड़ा अथवा महसूरी रत्न को धारण किया जा सकता है।
- अगर सूर्य के गलत प्रभाव सामने आ रहे हों तो सूर्य के दिन यानी रविवार को उपवास तथा माणिक्य लालड़ी तामड़ा अथवा महसूरी रत्न को धारण किया जा सकता है।
- ग्राम पंचायत बस्सी झनियारा के चुनाल , छल उपरला , छल बूहला , अधवाणी , डिब्ब , लालड़ी , खेंडा , दुगनेड़ा , मोहण , घडराट , लकूई , रकडियाल आदि गांवों में पानी की समस्या प्रभावित हैं।
- ग्राम पंचायत बस्सी झनियारा के चुनाल , छल उपरला , छल बूहला , अधवाणी , डिब्ब , लालड़ी , खेंडा , दुगनेड़ा , मोहण , घडराट , लकूई , रकडियाल आदि गांवों में पानी की समस्या प्रभावित हैं।
- से उच्च के चन्द्र कि अंतर्दशा आरम्भ होगी जो आपके भाग्य का उदय करने वाली है |विवाह के बाद आपके भाग्य कि वृध्धि होगी | आपके लिए शुभ समय आरम्भ होने ही वाला है | आप नित्य सूर्य पूजा करें और अनामिका में ताम्बे में सूर्यकांत मणि या लालड़ी धारण करें व्यवसाय प्राप्ति शीघ्र होगी | शनिवार को राहु शान्ति के लिए सतनाजा , नीला वस्त्र ,नारियल दान करें , राहु महादशा में रोग, चोट ,विवाद व चोरी का भय होता है दान करने से बचाव होगा |
- 5-9-12 से उच्च के चन्द्र कि अंतर्दशा आरम्भ होगी जो आपके भाग्य का उदय करने वाली है |विवाह के बाद आपके भाग्य कि वृध्धि होगी | आपके लिए शुभ समय आरम्भ होने ही वाला है | आप नित्य सूर्य पूजा करें और अनामिका में ताम्बे में सूर्यकांत मणि या लालड़ी धारण करें व्यवसाय प्राप्ति शीघ्र होगी | शनिवार को राहु शान्ति के लिए सतनाजा , नीला वस्त्र ,नारियल दान करें , राहु महादशा में रोग, चोट ,विवाद व चोरी का भय होता है दान करने से बचाव होगा |
- ग्रह रत्न उपरत्न सूर्य माणिक्य लालड़ी , सूर्यमणि ताम्रमणि जर्द चंद्रमा मोती चंद्रकांत मुक्ता शक्ति , निमरु , चंद्रमणि , गोदन्ती मंगल मूंगा विदु्रम , लाल अकीक बुध पन्ना बैरुज , मरगज , जबरजंद , पन्नी गुरु पुखराज सोनेला , घीया , केरु , सोनल शुक्र हीरा दांतला , विक्रांत , कांसला , उदाऊ , सिम्मा शनि नीलम जामुनिया , नीली , कटेला , लाजवर्त राहू , गोमेद तुरसावा केतु लहसुनिया श्योनाक्ष , व्याध्राक्ष , कर्कोटक , अले- क्जेण्ड्राइट रत्नों को धारण करने के अतिरिक्त इनका उपयोग रोगोपचार में भी किया जाता है।