वराहपुराण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस स्थान के एक पवित्र तीर्थ होने का उल्लेख कपिलसंहिता , ब्रह्मपुराण , भविष्यपुराण , सांबपुराण , वराहपुराण आदि में मिलता है।
- १२ . वराहपुराण : चौबीस सहस्र श्लोकों वाला यह वराह अवतार का एक महाग्रंथ है फिर भी इसमें विष्णु के व्यतिरिक्त गणेश व दुर्गा के स्त्रोत हैं।
- १२ . वराहपुराण : चौबीस सहस्र श्लोकों वाला यह वराह अवतार का एक महाग्रंथ है फिर भी इसमें विष्णु के व्यतिरिक्त गणेश व दुर्गा के स्त्रोत हैं।
- १ २ . वराहपुराण : चौबीस सहस्र श्लोकों वाला यह वराह अवतार का एक महाग्रंथ है फिर भी इसमें विष्णु के व्यतिरिक्त गणेश व दुर्गा के स्त्रोत हैं।
- १ २ . वराहपुराण : चौबीस सहस्र श्लोकों वाला यह वराह अवतार का एक महाग्रंथ है फिर भी इसमें विष्णु के व्यतिरिक्त गणेश व दुर्गा के स्त्रोत हैं।
- इसी प्रकार वराहपुराण में वर्णित है कि जो व्यक्ति एक पीपल , एक नीम या वट, दो अनार या नारंगी, दस पुष्प लताएं एवं पांच आमवृक्ष लगाता है, वह कभी नरक में नहीं जाता है ।
- पद्मपुराण , वराहपुराण , मत्स्यपुराण , ब्रह्मांडपुराण , वायुपुराण , वामनपुराण , वायुपुराण , नारदीयपुराण , हरिवंशपुराण एवं विष्णुपुराण तथा कालिदासकृत ' कुमारसंभव ' में भी कोसी नदी का नामोल्लेख और इसके विविध प्रसंगों का वर्णन मिलता है।
- पद्मपुराण , वराहपुराण , मत्स्यपुराण , ब्रह्मांडपुराण , वायुपुराण , वामनपुराण , वायुपुराण , नारदीयपुराण , हरिवंशपुराण एवं विष्णुपुराण तथा कालिदासकृत ' कुमारसंभव ' में भी कोसी नदी का नामोल्लेख और इसके विविध प्रसंगों का वर्णन मिलता है।
- क्योंकि जिन ' वराहपुराण ' ( शुकर पुराण ) और ' भुवलतन्त्र ' नामक ग्रन्थों के आधार पर ग्रन्थ की रचना रचयिता ने बताई है या तो उन नामों के ग्रन्थ हैं ही नहीं , और यदि नाम में कुछ रद्दोबदल कर के कोई ग्रन्थ मिलते भी हैं , तो उनमें जाति का प्रसंग हैं ही नहीं।
- क्योंकि जिन ' वराहपुराण ' ( शुकर पुराण ) और ' भुवलतन्त्र ' नामक ग्रन्थों के आधार पर ग्रन्थ की रचना रचयिता ने बताई है या तो उन नामों के ग्रन्थ हैं ही नहीं , और यदि नाम में कुछ रद्दोबदल कर के कोई ग्रन्थ मिलते भी हैं , तो उनमें जाति का प्रसंग हैं ही नहीं।