विध्यर्थ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- विध्यर्थ के संबंध में मीमांसकों के दो पक्ष हैं - एक प्रवर्तना को विध्यर्थ मानता है।
- विध्यर्थ के संबंध में मीमांसकों के दो पक्ष हैं - एक प्रवर्तना को विध्यर्थ मानता है।
- विध्यर्थ के संबंध में मीमांसकों के दो पक्ष हैं - एक प्रवर्तना को विध्यर्थ मानता है।
- विध्यर्थ के संबंध में मीमांसकों के दो पक्ष हैं - एक प्रवर्तना को विध्यर्थ मानता है।
- प्रभाकर मत में कहा गया है - “कार्य विध्यर्थ : , तच्च कार्य धात्वर्थातिरिक्तम्, अपूर्व शब्द वाच्यम् तदेव विध्यर्थ इति”
- प्रभाकर मत में कहा गया है - “कार्य विध्यर्थ : , तच्च कार्य धात्वर्थातिरिक्तम्, अपूर्व शब्द वाच्यम् तदेव विध्यर्थ इति”
- ( 2) भाट्ट तंत्ररहस्य - तार्किक वैयाकरणाभिप्रेतार्थों का खंडन करते हुए - विध्यर्थ, आख्यातार्थ, विभक्त्यर्थ आदि का परिष्कार से विवेचन।
- विध्यर्थ निर्णय करने में सहायक श्रुति , लिंग , वाक्य , प्रकरण , स्थान तथा समाख्या नामक षट प्रमाण होते हैं।
- ' कार्य विध्यर्थ:' (वेद कार्यपरक होता है, सिद्धार्थ-परक नहीं) प्रभाकर के इस मत के खंडन के लिये ही विधिविवेक की रचना हुई।
- ( 2 ) भाट्ट तंत्ररहस्य - तार्किक वैयाकरणाभिप्रेतार्थों का खंडन करते हुए - विध्यर्थ , आख्यातार्थ , विभक्त्यर्थ आदि का परिष्कार से विवेचन।