विषण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शहीद दिवस कुछ पल मेरी छावं में बैठो तो सुनाऊं प्रत्यक्ष दर्शी हाँ मैं ही वो अभागा पीपल का दरख्त हूँ जिसकी संवेदनाएं मर चुकी हैं दर्द का इतना गरल पी चुका हूँ कि जड़ हो चुका हूँ ! अब किसी की व्यथा से विह्वल नहीं होता मेरी आँखों में अश्कों का समुंदर सूख चुका है | बहुत अश्रु बहाए उस वक़्त जब कोई वीर सावरकर मुझसे लिपट कर रोता था और विषण मैं , उसके अन्दर सहन शक्ति की उर्जा का संचार करता ,