विसर्ग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कुन्दः के विसर्ग का लोप हो गया है |
- सीमित आदान और असीमित विसर्ग भारत की विशेषता है।
- विसर्ग ही “ह” के रूप में प्रकट होता है।
- ( 2) विसर्ग यहाँ सर्वथा नहीं पाया जाता।
- कुछ शब्दों के बाद विसर्ग लगाने से
- के विसर्ग का लोप हो गया है।
- ' भूतभावोद्भवकरो विसर्ग : ' यही उसका स्वरूप है।
- अनुस्वार , चंद्र बिन्दी, विसर्ग, हल चिन्ह आदि
- विसर्ग कंठ और जीभ का निचला भाग
- यह दूसरी रचना प्रतिसर्ग या विसर्ग कहलाई।