विहँसता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- स्वयं का रावण विहँसता खड़ा अट्टहास करता , दसो मुख से सहम जाता राम धन्वा छूट जाती है करों से.
- उम्मीद है आग के आख्यान को सिर्फ़ एक अभिव्यक्ति ' विहँसता' ने जिस पढत के लिए खोल दिया है, उस तरफ़ भी निग़ाह जायेगी.
- उम्मीद है आग के आख्यान को सिर्फ़ एक अभिव्यक्ति ' विहँसता' ने जिस पढत के लिए खोल दिया है, उस तरफ़ भी निग़ाह जायेगी.
- अब खजूर के दिन आये हैं गया नीम मुँह फाड मलय घिरा सर्पों से रोता खडा विहँसता ताड अमलतास अब नजर न आता पीपल गये तले ।
- उम्मीद है आग के आख्यान को सिर्फ़ एक अभिव्यक्ति ' विहँसता ' ने जिस पढत के लिए खोल दिया है , उस तरफ़ भी निग़ाह जायेगी .
- उम्मीद है आग के आख्यान को सिर्फ़ एक अभिव्यक्ति ' विहँसता ' ने जिस पढत के लिए खोल दिया है , उस तरफ़ भी निग़ाह जायेगी .
- तेरा विहँसता हुआ मुख देखकर अपने प्राणनाथ के वियोग का सब दुख हँस-हँस झेल गयी ! मेरे आँखों की पुतरी! तुम एक बेर तो बोल दे मेरे लाल!
- क्यों विहँसता छोर देखूँ ? क्यों लहर का जोर देखूँ ? मैं भँवर के बीच में अब नाव अपनी खे चुका हूँ ! मूल्य अब मैं दे चुका हूँ !
- ख़ुद इससे , आजकल, रोज़ दो-चार हो रहा हूँ.उम्मीद है आग के आख्यान को सिर्फ़ एक अभिव्यक्ति 'विहँसता' ने जिस पढत के लिए खोल दिया है, उस तरफ़ भी निग़ाह जायेगी.
- किन्तु जब तक राम सबके उठ खड़े होते नहीं संहार को प्रथम अपने ही दशानन के , सतत उठती रहेगी गूँज अट्टहास की, सहमते यूँ ही रहेंगे राम विहँसता रावण रहेगा सर्वदा.