व्यंग्यार्थ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' व्यंग्यार्थ कौमुदी' का यह सवैया लीजिए ,
- यहां कथा रस का व्यंग्यार्थ प्रकट है।
- व्यंग्यार्थ के रूप में व्यंजित होते हैं।
- व्यंजना से निकले अधिकांश अर्थों को व्यंग्यार्थ कहते हैं।
- व्यंजना शब्द शक्ति से व्यंग्यार्थ का बोध होता है।
- काल - व्यंग्यार्थ के अनंतर होता है।
- नासमझ का व्यंग्यार्थ भी शायद यही है।
- व्यंजना- से व्यंग्यार्थ प्रकट होता हैं .
- व्यंजना से निकले अधिकांश अर्थों को व्यंग्यार्थ कहते हैं।
- व्यंग्यार्थ का काव्य में प्रयोजन क्या है ?