व्रण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- काशीसादि तेल : व्रण शोधक तथा रोपण है।
- काशीसादि तेल : व्रण शोधक तथा रोपण है।
- में भी ऐसे ही व्रण बन जाते हैं।
- तन में , मन में, व्रण में, प्रण में
- व्रण निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं :
- जीवाणुओं के कारण आंत्रों में व्रण बन जाते है।
- अस्वस्थावस्था में यह व्रण के भरने में बाधक है।
- व्रण , शरीर के किसी भाग में मवाद भर जाना
- [ 4] व्रण हलांकि कोई भी रूप ले सकता है।
- 26 : व्रण ( घावों ) पर