शख्सी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आईये , हम सभी शख्सी तौर पर उस पाक रूह की तस्कीन के लिये मिल कर दुआ करें, क्योंकि अब हमारे हाथ में दुआ करने के अलावा और कुछ भी नहीं जो उस शक्स को नज़र कर सकें.... तेरे गीतों में बाकी़ अब तलक वो सोज़ है, लेकिन..
- ये वो जमाना था कि शख्सी हुकूमत की बुनियादें हिल चुकी थीं , मुगलिया सल्तनत का खात्मा हो गया था , अकबरे - सानी बराए - नाम दिल्ली के तख्त पर बैठे थे मुल्क में अंग्रेजों का इफ्तेदार बढ़ रहा था और चारों तरफ लूट - खसोट मची हुई थी।
- कि़यामत आती हो तो आने दो . आईये, हम सभी शख्सी तौर पर उस पाक रूह की तस्कीन के लिये मिल कर दुआ करें, क्योंकि अब हमारे हाथ में दुआ करने के अलावा और कुछ भी नहीं जो उस शक्स को नज़र कर सकें....तेरे गीतों में बाकी़ अब तलक वो सोज़ है, लेकिन..
- ्गर मुआविया शख्सी नुमूद ( व्यक्तिगत दिखावा ) और मुल्क गीरी की हवस में मुब्तला न होता और अपने असलाफ़ ( पूर्वजों ) अबू सुफियान व अत्बा की तरह हक़ ( यथार्थ ) से चश्म पोशी न करता ( आंख न चुराता ) तो वह हक़ को देख कर राह पर आ सकता था।
- इस की वजह मोआशरे ( समाज ) और अदब के गलत रुझान के खिलाफ उनका नज़रियाती इत्तेहाद ( एकता ) था . अब जो तहरीक में बोहरां ( संकट ) पैदा हुआ है और इस का सबब ये है के जिन वजहों से सरमायेदारी के खात्मे के लिए समाजवाद का तसव्वुर किया गया था , उस में भी शख्सी आज़ादी और कुछ दूसरे मुआमले में अमली कमियाँ महसूस की गयीं . ”