शराबख़ोरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘ कपूरनामा ' कपूर ख़ानदान की हर पुश्त के नायकों के फ़िल्मी सफ़र और उनकी निजी ज़िंदगी को सामने लाती है - चाहे वो टिकट खिड़की पर कपूरों की शह हो या मात , उनके कामों को लेकर उनका नज़रिया , उनके शानदार शादी-ब्याह और होली का जश्न , उनके रूमानी रिश्ते और पारिवारिक नाते हों या खाने के साथ उनका दिलचस्प जुड़ाव और शराबख़ोरी की त्रासद लत।
- कुफ़्र व बे ईमानी , ख़ुदा फ़रामोशी , ख़ुद फ़रामोशी , हिर्स व तमअ , माल व औलाद की बे हद चाहत , नमाज़ की तरफ़ तवज्जो न देना , लंबी लंबी आरज़ू , ख़ौफ़े का न होना , दुनिया परस्ती , गुनाह , कुफ़राने नेमत , मौत का डर , हादिसात की बुज़ुर्ग नुमाई , जल्द बाज़ी , ज़ाहिर बीनी , शराबख़ोरी , जुवाबाज़ी , ज़ेना कारी , शिर्क और इमामे वक़्त की पैरवी न करना , यह तमाम चीज़े क़ुरआन व हदीस में बे चैनियों के असबाब के उनवान से बयान की गई हैं।
- कुफ़्र व बे ईमानी , ख़ुदा फ़रामोशी , ख़ुद फ़रामोशी , हिर्स व तमअ , माल व औलाद की बे हद चाहत , नमाज़ की तरफ़ तवज्जो न देना , लंबी लंबी आरज़ू , ख़ौफ़े का न होना , दुनिया परस्ती , गुनाह , कुफ़राने नेमत , मौत का डर , हादिसात की बुज़ुर्ग नुमाई , जल्द बाज़ी , ज़ाहिर बीनी , शराबख़ोरी , जुवाबाज़ी , ज़ेना कारी , शिर्क और इमामे वक़्त की पैरवी न करना , यह तमाम चीज़े क़ुरआन व हदीस में बे चैनियों के असबाब के उनवान से बयान की गई हैं।
- जी हाँ , यह गीत एक व्यंगात्मक वार है शराबख़ोरी पर , इसके दुष्परिणामों पर व्यंग के ज़रिए तीर पे तीर चलाए गये हैं जैसे कि गीत में कहा गया है “ उस पर मज़ा कि ख़ाली हो पाकिट ” , “ मिट्टी के भाव जाके बेच आये मोती ” , “ ज़ेवर से कपड़ा , कपड़े से बरतन , बोतल के पानी में डूब गया धन ” , “ दिया ना साल भर किराया मकान का , चढ़ गया सर पर कर्ज़ा पठान का ” , “ बेटा अमीर का ठनठन गोपाल हुआ ” , इत्यादि।