शरासन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ” शरासन तान , बस अवसर यही है , घड़ी फ़िर और मिलने की नहीं है .
- कढ़ेगी तोड़कर कारा अभी धारा सुधा की , शरासन को श्रवण तक तू नहीं क्यों तानता है ?
- कढ़ेगी तोड़कर कारा अभी धारा सुधा की , शरासन को श्रवण तक तू नहीं क्यों तानता है ?
- कढ़ेगी तोड़कर कारा अभी धारा सुधा की , शरासन को श्रवण तक तू नहीं क्यों तानता है ?
- कढ़ेगी तोड़कर कारा अभी धारा सुधा की , शरासन को श्रवण तक तू नहीं क्यों तानता है ?
- कह इस प्रकार राधेय अधर को दबा , रौद्रता में भरके , हुङकार उठा घातिका शक्ति विकराल शरासन पर धरके .”
- मैं था सदा सचेत , नियंत्रण - बंध प्राण पर बांधे , कोमलता की ओर शरासन तान निशाना साधे ।
- कह इस प्रकार राधेय अधर को दबा , रौद्रता में भरके , हुङकार उठा घातिका शक्ति विकराल शरासन पर धरके . ”
- रंग भूमि में अर्जुन था जब समाँ अनोखा बाँधे , बढ़ा भीड़ भीतर से सहसा कर्ण शरासन साधे, कहता हुआ - तालियों से क्या रहा गर्व में फूल?
- निशि हुई विगत : नभ के ललाट पर प्रथमकिरण फूटी रघुनन्दन के दृग महिमा-ज्योति-हिरण; हैं नहीं शरासन आज हस्त-तूणीर स्कन्ध वह नहीं सोहता निबिड़-जटा-दृढ़ मुकुट-वन्ध; सुन पड़ता सिंह