शिथिल होना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- थकना ( सं . ) [ क्रि- अ. ] 1 . शिथिल होना ; क्लांत होना 2 .
- थकना ( सं . ) [ क्रि- अ. ] 1 . शिथिल होना ; क्लांत होना 2 .
- रचना कर्म के लिए कई बार बुक कराए गए प्रायः मंहगे होटल उसने कहा था-पहाड़ पर दौड़ने के बाद शरीर का शिथिल होना आवश्यक है
- इस दिसम्बर से जीवन में अधकचरे रिश्तों की धुंध घने कोहरे सी छाई थी- उमंगों का शिथिल होना , ठिठुरती ठण्ड के आभास जैसा विचारों को संकुचित करता, भावनाओं से उठती सिहरन से कोमल मन कंपकपाता था- ऐसे में तुम काँधे पे झोली लटकाए, मेरे जीवन में रंग भरने...
- इस दिसम्बर से जीवन में अधकचरे रिश्तों की धुंध घने कोहरे सी छाई थी- उमंगों का शिथिल होना , ठिठुरती ठण्ड के आभास जैसा विचारों को संकुचित करता, भावनाओं से उठती सिहरन से कोमल मन कंपकपाता था- ऐसे में तुम काँधे पे झोली लटकाए, मेरे जीवन में रंग भरने
- अफारा , टांगों में दर्द , पेट में वायु बनना , जोड़ों में दर्द , लकवा , साइटिका , शरीर के अंगों का सुन्न हो जाना , शिथिल होना , कांपना , फड़कना , टेढ़ा हो जाना , दर्द , नाड़ियों में खिंचाव , कम सुनना , वात ज्वर तथा शरीर के किसी भी भाग में अचानक दर्द हो जाना आदि।
- अफारा , टांगों में दर्द , पेट में वायु बनना , जोड़ों में दर्द , लकवा , साइटिका , शरीर के अंगों का सुन्न हो जाना , शिथिल होना , कांपना , फड़कना , टेढ़ा हो जाना , दर्द , नाड़ियों में खिंचाव , कम सुनना , वात ज्वर तथा शरीर के किसी भी भाग में अचानक दर्द हो जाना आदि।
- जैसे ही संवेदी आवेगों की संख्या और बारम्बारता बढ़ती है , प्रेरक आवेग प्रतिवर्त क्रिया के रूप में मूत्राशय की डीट्रसर पेशी ( detrusor muscle ) का संकुचन तथा आतंरिक संकोचिनी पेशी का शिथिलन कर देते हैं , इससे आतंरिक मूत्रमार्गीय छिद्र खुल जाता है लेकिन बाह्य संकोचिनी पेशी का शिथिल होना अर्थात बाह्य मूत्रमार्गीय छिद्र का खुलना इच्छा पर निर्भर करता है।