शिवराम हरि राजगुरु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शिवराम हरि राजगुरु ( जन्म:१९०८-मृत्यु:१९३१, अंग्रेजी: Shivaram Rajguru, गुजराती: રાજગુરુ, मलयालम: ശിവറാം രാജ്ഗുരു, मराठी: शिवराम हरी राजगुरू) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रान्तिकारी थे ।
- शिवराम हरि राजगुरु का जन्म भाद्रपद के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी सम्वत् १९६५ ( विक्रमी) तदनुसार सन् १९०८ में पुणे जिला के खेडा गाँव में हुआ था ।
- जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसीÓ का उद्घोष करते हुए फांसी के फंदे को गले में डालने वाले हुतात्मा शिवराम हरि राजगुरु पर डाक टिकट का लोकार्पण राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी करेंगे।
- शिवराम हरि राजगुरु का जन्म भाद्रपद के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी सम्वत् १ ९ ६ ५ ( विक्रमी ) तदनुसार सन् १ ९ ० ८ में पुणेजिला के खेडा गाँव में हुआ था ।
- आज भी भारत और पाकिस्तान की जनता उनको आज़ादी के दीवाने के रूप में देखती है जिसने अपनी जवानी सहित सारी जिंदगानी देश के लिए समर्पित कर दिया राजगुरु शिवराम हरि राजगुरु ( १९०८-१९३१) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे ।
- शहीद राजगुरु का पूरा नाम ‘ शिवराम हरि राजगुरु ‘ था . राजगुरु का जन्म 24 अगस्त , 1908 को पुणे ज़िले के खेड़ा गाँव में हुआ था , जिसका नाम अब ‘ राजगुरु नगर ‘ हो गया है . उनके पिता का नाम ‘ श्री हरि नारायण ‘ और माता का नाम ‘ पार्वती बाई ‘ था . बहुत छोटी उम्र में ही ये वाराणसी आ गए थे .