शुक्रा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' ' अगर हम इन्सान को अपनी मेहरबानी का मज़ा चखा कर छीन लेते हैं तो वह न उम्मीद और ना शुक्रा हो जाता है और जब किसी मेहरबानी का मज़ा चखा देते हैं तो इतराने और शेखी बघारने लग जाता है .
- आपने आखिर तर इसे पढा इसके लिए शुक्रा ! आप गाईड नही भी खरीदे तो भी मेरा ब्लाग पढीए और उसमें कुछ काम के टिपस पाइए ! क्या आपको ये वीविध -भाषा वीडिओ पसंद आया ? ये पन्ना अपने दोस्तों के साथ
- आपकी जन्म कुण्डली अनुसार 27 / 0 3 / 2013 से शुक्रा की अंतर्दशा आरम्भ हो चुकी है यह मानसिक परेशानी तथा स्त्री कष्ट दे सकती है व किसी से वाद विवाद भी होने की संभावना रहेगी अप्रैल के बाद यह शुभ समय लेकर आएगी धन लाभ आदि की संभावना रहेगी
- “अगर हम इन्सान को अपनी मेहरबानी का मज़ा चखा कर छीन लेते हैं तो वह न उम्मीद और ना शुक्रा हो जाता है और जब किसी मेहरबानी का मज़ा चखा देते हैं तो इतराने और शेखी बघारने लग जाता है . ” सूरह हूद-११- ११वाँ १२वाँ पारा आयत (९-११) ऐसी बातें कोई खुदाए अज़ीम तर नहीं बल्कि एक कम ज़र्फ़ इंसान ही कर सकता है.
- सबस पहले हम सभी को अल्लाह का शुक्रा अदा करना चिहिए की ऊपर वाले ने हमे इंसान बनाया दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत चीज़ इंसान है और कटरीना भी इंसान है और सलमान भाई भी मुझे लगता है की अगर कटरीना ने एश्वर्या की तरह मिजाज़ बनाया तो एक इंसान का दिल तो टूटेगा ही लेकिन अल्लाह को भी बहुत खराब लगेगा इसलिए मेरी तरफ़ से आपको जन्म दिन बहुत - 2 मुबराक़ हो और इंशा अल्लाह शादी सलमान भाई से जल्द से जल्द हो ये दुआ है मेरी अल्लाह से !
- राजगांगपुरः कांसबाहाल पुलिस चौकी के अंतर्गत राज्य राजपथ क्रमांक दस में मारुति कार की ठोकर से एक वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल वृद्ध को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। कांसबाहाल के ढिपापाड़ा का निवासी शुक्रा किंडो ( 56) बुधवार के अपराह्नं बिलेईगढ़ साप्ताहिक बाजार से साइकिल पर लौट रहा था। लौटने के क्रम में कांसबाहाल एलएंडटी प्लांट के गेट के पास राउरकेला जाने वाली मारुति स्वीफ्ट कार ने उसे ठोकर मार दी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल वृद्ध को इलाज के लिए आइजीएच मे
- बिसराः बिसरा थाना अंतर्गत नुआगांव ब्लाक के टांगरपाली गांव में आपसी विवाद में छोटे भाई ने अपने बड़े भाई की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी है। पुलिस ने हत्यारोपी छोटे भाई को गिरफ्तार कर कोर्ट चालान किया। जहां पर उसकी जमानत नामंजूर हो जाने से उसे जेल भेज दिया गया। टांगरपाली गांव का बिचा लुगून ( 38) किसी मामले में जेल की सजा काटकर वापस लौटा था। जिसमें वह यहां परिवार के साथ रहता था। लेकिन उसका बड़ा भाई शुक्रा लुगून (40) उसे यहां रखने के पक्ष में नहीं था। इसी बात को लेकर दोनों में मन-मुटाव हो गय