शेखीबाज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भरत ने जहां नायक के चौदह भेद किए हैं-प्रेमी और परमप्रिय , सौम्य, निरंकुश, स्वत्वबोधक, जोशपूर्ण, प्रीतिकर, भावप्रवण, बदमाश, दुष्ट, मिथ्यावादी, जिद्दी, शेखीबाज, बेशरम और क्रूर, वहीं नायिका को आठ श्रेणइयों में ही रखा और नाट्यशास्त्रीय एवं श्रंगारिक साहित्य में उसे नायक की तुलना में काफी स्थान दिया।
- भरत ने जहां नायक के चौदह भेद किए हैं-प्रेमी और परमप्रिय , सौम्य, निरंकुश, स्वत्वबोधक, जोशपूर्ण, प्रीतिकर, भावप्रवण, बदमाश, दुष्ट, मिथ्यावादी, जिद्दी, शेखीबाज, बेशरम और क्रूर, वहीं नायिका को आठ श्रेणइयों में ही रखा और नाट्यशास्त्रीय एवं श्रंगारिक साहित्य में उसे नायक की तुलना में काफी स्थान दिया।
- भरत ने जहां नायक के चौदह भेद किए हैं-प्रेमी और परमप्रिय , सौम्य , निरंकुश , स्वत्वबोधक , जोशपूर्ण , प्रीतिकर , भावप्रवण , बदमाश , दुष्ट , मिथ्यावादी , जिद्दी , शेखीबाज , बेशरम और क्रूर , वहीं नायिका को आठ श्रेणइयों में ही रखा और नाट्यशास्त्रीय एवं श्रंगारिक साहित्य में उसे नायक की तुलना में काफी स्थान दिया।
- भरत ने जहां नायक के चौदह भेद किए हैं-प्रेमी और परमप्रिय , सौम्य , निरंकुश , स्वत्वबोधक , जोशपूर्ण , प्रीतिकर , भावप्रवण , बदमाश , दुष्ट , मिथ्यावादी , जिद्दी , शेखीबाज , बेशरम और क्रूर , वहीं नायिका को आठ श्रेणइयों में ही रखा और नाट्यशास्त्रीय एवं श्रंगारिक साहित्य में उसे नायक की तुलना में काफी स्थान दिया।