श्रद्धाहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बिन मंत्र , श्रद्धाहीन, यज्ञ जो, वह तामसी जाता कहा || १७. १३ ||
- बिन मंत्र , श्रद्धाहीन, यज्ञ जो, वह तामसी जाता कहा || १७. १३ ||
- पाण्डुनन्दन ! निश्चय ही तुम बड़े श्रद्धाहीन हो, तुम्हारी बुद्धि अच्छी नहीं जान पड़ती।
- तब श्री कृष्ण जी ने कहा कि हे अर्जुन तू निश्चय ही बड़ा श्रद्धाहीन है।
- पाण्डुनन्दन ! निश्चय ही तुम बड़े श्रद्धाहीन हो , तुम्हारी बुद्धि अच्छी नहीं जान पड़ती।
- तब श्री कृष्ण जी ने कहा कि हे अर्जुन तू निश्चय ही बड़ा श्रद्धाहीन है।
- ‘‘जो श्रद्धाहीन और धन के लालची हैं तथा मांस खाने के लिये तत्पर रहते हैं
- पर आज हम श्रद्धाहीन हो गए हैं और इसलिए हमारा तथा देश का पतन हो रहा है।
- क्योंकि उन्हे पता था कि श्रद्धाहीन व्यक्ति उनसे कोई लाभ नही ले पाएगा उल्टा आश्रम का वातावरण गन्दा अवश्य करेगा।
- सरलता से रहित , श्रद्धाहीन, दुष्टात्मा, दुर्व्यसनीय, झुठी प्रतिज्ञा करने वाला तथा बहुत सोने वाला दाता तमोगुणी और अधम माना गया है।