श्रृंग ऋषि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- श्रृंग ऋषि का एक पोराणिक मन्दिर कुल्लू के पास “ बंजर ” ( हिमाचल प्रदेश ) में स्थित है !
- हेमाद्रि में श्रृंग ऋषि का इस संदर्भ में वचन है- दशहरासुनोत्कर्षश्चतुर्ष्वपियुगादिषु।चारों युगों में गंगा-दशहरा के उत्कर्ष का कोई नियम नहीं है।
- संभवतः इस घटना को लेकर कुरूवंश एवं नाग वंश में बैर बढ़ गया और इसी बैर का आश्रय लेकर श्रृंग ऋषि ने परीक्षित को तक्षक द्वारा मारा जाने का श्राप दिया।
- गुफा के बारे में गांव के बुजुर्ग मेयराम , सब्बल सिंह रावत, गुलाब सिंह का मानना है कि पांडवों ने वन प्रवास के समय लाखामंडल में यज्ञ करने के लिए श्रृंग ऋषि को बुलाया था।
- राजा परीक्षित को सर्प डसने का शाप जब श्रृंग ऋषि के पुत्र ने दिया तो श्रृंग ऋषि ने नाराज होकर अपने पुत्र को श्राप दिया कि कलयुग में ब्राह्मण का श्राप नहीं लगेगा ।
- राजा परीक्षित को सर्प डसने का शाप जब श्रृंग ऋषि के पुत्र ने दिया तो श्रृंग ऋषि ने नाराज होकर अपने पुत्र को श्राप दिया कि कलयुग में ब्राह्मण का श्राप नहीं लगेगा ।
- गुफा के बारे में गांव के बुजुर्ग मेयराम , सब्बल सिंह रावत , गुलाब सिंह का मानना है कि पांडवों ने वन प्रवास के समय लाखामंडल में यज्ञ करने के लिए श्रृंग ऋषि को बुलाया था।
- उसी ऋषि के पुण् य प्रताप से वे बाद में चार संतानों के पिता बने पर बड़े होकर राम लक्ष् मण भरत शत्रुघ् न कभी भी उस बहन से मिलने श्रृंग ऋषि के आश्रम नहीं गए .
- श्रृंग ऋषि ने कहा है कि जिस प्रकार चैत्र नवरात्र में विष्णु पूजा की और शारदीय नवरात्र में शक्ति के नौ रूपों की पूजा की प्रधानता रहती है , गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं की पूजा का महत्व होता है।
- बारहा दिन तक चले इस यज्ञ के दोरान राजा दशरथ की बहन राजकुमारी शांता श्रृंग ऋषि पर मोहित हो गई , तत पश्चात् पूर्णाआहुति के दिन राजा दशरथ ने श्रृंग ऋषि के शमक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा जीसे श्रृंग ऋषि ने सहर्ष स्वीकार किया , माता शांता ने आठ अति वैदिक पुत्रों को जन्म दिया इसी से सिखवाल ( सुखवाल , श्रृंगी ) वंश के उत्पति हुई !