षट्कर्म का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अध्यायन , अध्यापन, यजन, याजन, दान और प्रतिग्रह ये षट्कर्म होते हैं,
- षट्कर्म हठ योग की साधना में षट्कर्म का प्रमुख स्थान है।
- षट्कर्म हठ योग की साधना में षट्कर्म का प्रमुख स्थान है।
- यहां फिलहाल षट्कर्म पर विस्तार से चर्चा की जा रही है।
- कपालभाती प्राणायाम को हठयोग के षट्कर्म क्रियाओं के अंतर्गत लिया गया है।
- केवल वे ही ब्राह्मण , जो षट्कर्म करते हैं कट्टर समझे जाते हैं।
- कपालभाती प्राणायाम को हठयोग के षट्कर्म क्रियाओं के अंतर्गत लिया गया है।
- कपालभाती प्राणायाम को हठयोग के षट्कर्म क्रियाओं के अंतर्गत लिया गया है।
- योग में यह षट्कर्म है- धौति , बस्ति, नेति, त्राटक, कपाल भांति, कुंजल।
- ( २ ) षट्कर्म के बाद देवपूजन एवं सर्वदेव नमस्कार कराएँ ।।