षड्ज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसका वादी स्वर मध्यम तथा सम्वादी स्वर षड्ज माना जाता है।
- ऐसे और भी नियम बनाये गये थे जैसे षड्ज यानी ‘सा '
- ग्राम तीन प्रकार के होते हैं - षड्ज , मध्यम , गान्धार।
- इनमें पहला है सम पर आमद और दूसरा है षड्ज पर विराम .
- षड्ज के समान ही महत्वपूर्ण स्वर पंचम अर्थात् ‘ प ' ।
- ऊपर जो श्रुतियों का अंतराल दिया है वह षड्ज ग्राम का है।
- ऊपर जो श्रुतियों का अंतराल दिया है वह षड्ज ग्राम का है।
- इस राग का वादी स्वर मध्यम ( म) और संवादी स्वर षड्ज (सा) है।
- ये दोनों तार मंद्र-सप्तक के षड्ज ( स ) में मिलाए जाते हैं।
- भरत ने षड्ज और मध्यम दोनों ग्रामों में सात सात मूर्छनाएँ मानी हैं।