संचारी भाव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अनुभाव , संचारी भाव के जोग से रस की सिद्धि ।
- संचारी भाव का दूसरा नाम ' व्यभिचारी ' भाव भी है।
- की ओर देखते हैं तो स्मरण संचारी भाव निश्चित होता है।
- दैन्य , मति , वितर्क , ग्लानि आदि संचारी भाव है।
- उसमें कुछ जड़ीभूत , कुछ संचारी भाव विद्यमान रहता है .
- यह एक संचारी भाव है , जो स्थायी भाव को अलंकृत करता है.
- संचारी भाव स्थायी भाव के साथ संस्कार रूप में ही रहते हैं।
- संचारी भाव को व्यभिचारी भाव के नाम से भी जाना जाता है।
- जैसे अनुभाव के द्वारा संचारी भाव व्यंजित हो सकता है और तदुपरांत
- व्याघ्र उद्दीपन विभाव और कम्पन अनुभाव , मोह त्रास संचारी भाव है।