संतान प्रेम का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- श्री कृष्णाय वयं नमः हमसे पूछिए नौकरी , संतान, प्रेम, स्वास्थ्य, विवाह, भाग्योदय या और कुछ ,हर समस्या का ज्योतिषीय समाधान क्लिक यहाँ करें ज्योतिष पंचांग एवं राहुकाल
- लेकिन फिर -वही संतान प्रेम / संतान मोह / विरासत / आस पास के माहौल के कारण बालक पीढ़ी की रूचि का स्वयमेव उस और मुड़ जाना ।
- यह भी याद रखना कि यदि तुमने संतान प्रेम के कारण उसके वध में विलंब किया तो मैं उसके वध के साथ तेरे वध की भी आज्ञा दूँगा।
- संतान प्रेम / मोह में अंधी हुई और उस “ मातृत्व शक्तिकेंद्र ” की स्वामिनी होने से “ पूजित और सेवित ” बनी स्त्रियों के साथ यही हुआ होगा ।
- मैंने इस शृंखला के एक पुराने भाग में भी लिखा था - मानव स्तनधारी जीव हैं , जिनमे प्राकृतिक रूप से दूसरी प्रजातियों से कहीं अधिक संतान प्रेम दीखता है ।
- दीपावली दीपावली का प्रदीप देता है हमें नव संदेश कि हम रहे एक प्राम , मां माटी के संतान प्रेम और पारस्परिक विश्वास के धागे से बंध मानव मूल्यों से सधे .....
- बहुरा चौथ भादो के चतुर्थी को मनाया जाता है यह गाय व बछडे के प्रसिद्व स्नेह कथा जिसमें शेर के रूप में भगवान शिव गाय का परीक्षा लेते हैं , पर आधारित संतान प्रेम का उत्सव है इस दिन भी महिलायें उपवास रखती हैं एवं उत्सव मनाती हैं ।
- बहुरा चौथ भादो के चतुर्थी को मनाया जाता है यह गाय व बछडे के प्रसिद्व स् नेह कथा जिसमें शेर के रूप में भगवान शिव गाय का परीक्षा लेते हैं , पर आधारित संतान प्रेम का उत् सव है इस दिन भी महिलायें उपवास रखती हैं एवं उत् सव मनाती हैं ।
- इस स्वाभाविक “ सन्तति प्रेम ” में उलझी रह गयी स्त्री पुरुष के समकक्ष अपनी प्रतिभाओं की प्रगति करने में पिछड़ गयी , और ज्ञान , दर्शन , शक्ति , धन , हर क्षेत्र में , उन्होंने अपनी रूचि होते हुए भी इन रुचियों के “ संतान प्रेम की रूचि ” से कमतर होने के कारण उतनी प्रगति नहीं की जितनी वे स्वाभाविक तौर पर कर सकती थीं ।