संदूकचा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- फकीर ने एक सोने का संदूकचा खोला और उसमें से एक लकड़ी की डिबिया निकाली और उसे खोल कर देखा।
- सालेह ने अपने सेवक के हाथ से रत्नों का संदूकचा लिया और समंदाल के बादशाह से कहा , मेरी ओर से यह तुच्छ भेंट स्वीकार करें।
- उन्होंने कहा कि तुम सुबह-सुबह कहाँ गई थीं और यह संदूकचा कहाँ से लाई हो , सुबह जाते समय तो यह संदूकचा तुम्हारे हाथ में नहीं था।
- उन्होंने कहा कि तुम सुबह-सुबह कहाँ गई थीं और यह संदूकचा कहाँ से लाई हो , सुबह जाते समय तो यह संदूकचा तुम्हारे हाथ में नहीं था।
- मेरे घर में न तो कोई सुरक्षित स्थान था न संदूकचा ही था जहाँ मैं इतना धन , जो मैंने सारी उम्र नहीं देखा था , रखता।
- बादशाह से अनुमति पा कर नाई ने अपना संदूकचा खोला और उसमें से एक तेल निकाल कर कूबड़े के हाथ और गले पर कुछ देर तक मलता रहा।
- यह कह कर बुढ़िया ने अपना संदूकचा खोला और बहुमूल्य रत्न सालेह को दिए और ताकीद की कि कोई भी बात शुरू हो इससे पहले यह भेंट उसे देना ताकि वह प्रसन्न रहे।
- कुछ देर बाद उन्होंने फिर सर उठाया और बोले “ हाँ हमने तुम्हें बुलवाया था , एक तो उनका हिसाब किताब करना था ” और ये कहते-कहते उन्होंने कागजों को हटाकर संदूकचा खोलकर कुछ रूपये निकालकर मेरे करीब तख़त पर रख दिये और कहा ‘‘ ये रूपये उनकी आख़ीर दिनों की मज़दूरी बाकी थी पहले इसे रखो , गिनलो भईया ‘‘ कोई बड़ी रकम नहीं थी मैंने उठाकर गिन ली .