सजना-धजना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जन्म से लेकर मृत्यु तक औरत को जितना सजना-धजना पड़ता है , जो-जो काम करने पड़ते है , वह सब पुरूष और पुरूषतान्त्रिक समाज की स्वार्थ-रक्षा के लिए ! औरत का सतीत्व , मातृत्व , उसका नत और नम्र चरित्र-रक्षा , सब कुछ पुरूष के स्वार्थ के लिए ताकि पुरूष औरत को अपनी अधिकृत सम्पत्ति और क्रीतदासी के तौर पर उससे खूबसूरत बर्ताव कर सके ।