सफ़ेदा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अपने को कीचड़ , तारकोल, सफ़ेदा से पोत लेता है कि कष्ट को हवा न लगे कि वह छिपा किधर है।
- अपने को कीचड़ , तारकोल , सफ़ेदा से पोत लेता है कि कष्ट को हवा न लगे कि वह छिपा किधर है।
- अपने को कीचड़ , तारकोल , सफ़ेदा से पोत लेता है कि कष्ट को हवा न लगे कि वह छिपा किधर है।
- भंडारगृह में आलू के ढेर के नीचे एवं ऊपर सूखी हुई लेंटाना या सफ़ेदा की 2 . 5 सेंटीमीटर मोटी तह बिछाने पर इन कीटों से बचा जा सकता है।
- जिद्दि और रुखे दाद के लिये- पलाश के बीज , मुर्दाशंख, सफ़ेदा, कबीला, मैनशिल, और माजु फ़ल इनका चुर्ण समान मात्रा मे, करन्ज के पत्तों का रस, निम्बु क रस, इनसे भावना देकर सारा दिन मर्दन करें ।
- विश्व के विभिन्न कोनों में ( प्रवासी रचनाकारों की तरह ) तरह-तरह के आम पाए जाते हैं जिनका सामूहिक नाम आम ही है किंतु उनको ठीक से पहचानने के लिए सबके अलग-अलग नाम हैं जैसे चौसा , दशहरी , सफ़ेदा और लंगड़ा आदि ।
- विश्व के विभिन्न कोनों में ( प्रवासी रचनाकारों की तरह ) तरह-तरह के आम पाए जाते हैं जिनका सामूहिक नाम आम ही है किंतु उनको ठीक से पहचानने के लिए सबके अलग-अलग नाम हैं जैसे चौसा , दशहरी , सफ़ेदा और लंगड़ा आदि ।
- जिद्दि और रुखे दाद के लिये- पलाश के बीज , मुर्दाशंख , सफ़ेदा , कबीला , मैनशिल , और माजु फ़ल इनका चुर्ण समान मात्रा मे , करन्ज के पत्तों का रस , निम्बु क रस , इनसे भावना देकर सारा दिन मर्दन करें ।
- जिद्दि और रुखे दाद के लिये- पलाश के बीज , मुर्दाशंख , सफ़ेदा , कबीला , मैनशिल , और माजु फ़ल इनका चुर्ण समान मात्रा मे , करन्ज के पत्तों का रस , निम्बु क रस , इनसे भावना देकर सारा दिन मर्दन करें ।
- अमरूद की बहुत सी किस्मे प्रचलित है जैसे की इलाहाबादी सफ़ेदा , सरदार ( लखनऊ -49 ) , सेबनुमा अमरूद ( एप्पल कलर ग्वावा ) , इलाहाबादी सुरखा , बेहट कोकोनट एवं ललित हैI इलाहाबादी सफ़ेदा एवं सरदार इसी को लखनऊ -49 कहते है , अपने स्वाद एवं फलत के लिए विशेष तौर से विख्यात हैI