सर्वेश्वरवाद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जीवन में पाप , दु:ख और अनेक त्रुटियाँ मौजूद हैं सर्वेश्वरवाद के पास इसका कोई समाधान नहीं।
- अत : उत्तर वैदिक काल में सर्वेश्वरवाद का प्रचार हुआ , आत्मा-परमात्मा के अंश-अंशी संबंध का विवेचन हुआ।
- सर्वराष्ट्रीय मानव अधिकार घोषण सर्व-सेवा-संघ सर्वांगशोध या देहशोथ सर्वात्मवाद सर्वानुक्रमणी सर्विया सर्वेक्षण सर्वेश्वरवाद सलफ़्यूरिक अम्ल सल्फोेनिक अम्ल सल्फ़ोनेमाइड सवर्
- अंतर सिर्फ इतना है कि स्पिनोजा ‘ सर्वेश्वरवाद ' को सीधे - सीधे एक झटके में छू लेता है .
- ववाद या जड़समीहावाद सर्वराष्ट्रीय मानव अधिकार घोषण सर्व-सेवा-संघ सर्वांगशोध या देहशोथ सर्वात्मवाद सर्वानुक्रमणी सर्विया सर्वेक्षण सर्वेश्वरवाद सलफ़्यूरिक अम्ल सल्फोेनिक अम्ल
- सर्वेश्वरवाद इस प्रवृत्ति को इसके चरम बिंदु तक ले जाता है और कहता है कि बहुत्व की वास्तविक सत्ता है ही नहीं , यह आभासमात्र है।
- सर्वेश्वरवाद इस प्रवृत्ति को इसके चरम बिंदु तक ले जाता है और कहता है कि बहुत्व की वास्तविक सत्ता है ही नहीं , यह आभासमात्र है।
- देवता ( ओं) के इन विविध विचारों के अलावा इन माने जाने वाले परमात्मा (ओं) की प्रकृति के बारे में विभिन्न आयाम मौजूद हैं जिसमें अद्वैतवाद, देवपूजा, सर्वेश्वरवाद, और आत्मवाद शामिल हैं.
- हिन्दू धर्म का ‘ सर्वेश्वरवाद ' विश्व की दार्शनिक व्याख्या है 1 इसमें उस मानतम सत्ता को सर्वव्याप्त आत्मा माना है , जो कि मात्र विशालभाव रूप है , अतः नैतिक नियमों का आधार नहीं हो सकती।
- कुछ आधुनिक धर्म , आध्यात्मिकता को हर चीज़ में देखते हैं: देखें सर्वेश्वरवाद और नव-सर्वेश्वरवाद . ऐसी ही समान धारा में, धार्मिक प्रकृतिवाद का, प्राकृतिक दुनिया में दिखने वाले विस्मय, महिमा और रहस्य के प्रति एक आध्यात्मिक दृष्टिकोण है.