सारंगीवादक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लेकिन वर्तमान के इन दोनों पात्रों के माध्यम से एक पुरानी दरबारी गायिका अस्मत जाँ और उसके साथ संगत करने वाले सारंगीवादक काले खाँ की कहानी कही गयी है।
- ) लेकिन वर्तमान के इन दोनों पात्रों के माध्यम से एक पुरानी दरबारी गायिका अस्मत जाँ और उसके साथ संगत करने वाले सारंगीवादक काले खाँ की कहानी कही गयी है।
- मेरे बड़े भाई पं . हनुमान मिश्र प्रसिद्ध सारंगीवादक हैं. बनारस में उन दिनों सियाजी, सुमेरू जी, शिम्भु जी, आदि अन्यतम सारंगीवादकथे, मगर सारंगी का बनारस घराना हमारे यहाँ से ही शुरू हुआ.
- सच तो यह है कि विख्यात गायक अब्दुल करीम खान और बड़े गुलाम अली खान , दोनों ही उस्ताद सारंगीवादक थे जिन्होंने शास्त्रीय गायन के क्षेत्र में और अधिक नाम कमाया .
- विश्वविख्यात सारंगीवादक पद्मश्री पं . रामनारायण ने 51 हज़ार रूपए का यह पुरस्कार उन्हें प्रदान करते हुए कहा- पाठक जी ने हिंदी काव्य साहित्य को भाषा, भाव और विचार के स्तर पर समृद्ध किया है ।
- फिर एक सारंगीवादक की खरखरी-सी आवाज आती है , ‘ ये रसूलन बाई हैं . ' फिल्मकार पूछती हैं , ‘ क्या ये हमेशा इतने सादे कपड़े पहनती थीं ? ' जवाब आता है , ‘ मुजरा नाच तो करना नहीं था . '
- जुगनी का पति धनिराम ( टी . पी . जैन ) एक सारंगीवादक है जो शराब के नशे में धुत रहता है , और बीच बीच में आकर अपनी बेटियों को अपने साथ ले जाकर नौटंकियों में नचवाने की कोशिश करता रहता है , लेकिन जुगनी ऐसा होने नहीं देती।
- नौटंकी में सारंगीवादक , अपने जिस शराबी पति के चंगुल से अपनी पुत्रियों को बचाने के लिये ज्योति ने गरीबी में सारी ज़िंदगी गुजार दी वही किशनलाल (राम मोहन), गेरुलाल से कहते हैं कि अगर कभी जुगनी से मुलाकात हो तो कहना, “तुम अगर दुखी रहीं तो सुखी मैं भी नहीं रहा।”
- नौटंकी में सारंगीवादक , अपने जिस शराबी पति के चंगुल से अपनी पुत्रियों को बचाने के लिये ज्योति ने गरीबी में सारी ज़िंदगी गुजार दी वही किशनलाल ( राम मोहन ) , गेरुलाल से कहते हैं कि अगर कभी जुगनी से मुलाकात हो तो कहना , ” तुम अगर दुखी रहीं तो सुखी मैं भी नहीं रहा “ ।
- केनस , एक रोडियन सारंगीवादक, [3483] फ़िलोस्ट्रेटस में, जब अपोलोनियस यह पता करने का इच्छुक था कि वह अपने पाइप के साथ क्या कर सकता है, उसने कहा “कि वह एक उदास आदमी को ख़ुश कर सकता है, और यह उसके लिए यह पहले से ज़्यादा आनंददायक है, एक प्रेमी को और अधिक आकृष्ट, एक धार्मिक व्यक्ति को और अधिक भक्त बना सकता है.”