स्वेदज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- समस्त संसार के कारण आकर भी पिंडज , अंडज, स्वेदज, उद्भिज चार हैं।
- स्वदेज- मल , मूत्र, पसीना आदि से उत्पन्न क्षुद्र जन्तु स्वेदज कहलाते हैं।
- सृष्टि भी स्वेदज , अण्डज , उदिभज्ज तथा जरायुज चार प्रकार की होती है।
- उनमें से प्रभाकर केवल तीन ' जरायुज, अण्डज और स्वेदज' को ही शरीर मानते हैं।
- इस प्रकार प्राणमय कोष के ही कारण स्वेदज गमनागमन व्यापार में सफल होते हैं।
- समस्त संसार के कारण आकर भी पिंडज , अंडज , स्वेदज , उद्भिज चार हैं।
- समस्त संसार के कारण आकर भी पिंडज , अंडज , स्वेदज , उद्भिज चार हैं।
- स्वेदज जीव में जितना ज्ञान और विचार है , उसकी अपेक्षा उद्भिजों की योग्यता बढ़ी हुई है.
- 3 स्वदेज - मल , मूत्र , पसीना आदि से उत्पन्न क्षुद्र जन्तु स्वेदज कहलाते हैं ।
- जीव-अवस्था भुनागी-कीडे ( स्वेदज संसार) से शुरू हो कर अंडज और पिंडज दो प्रकार की प्रजातियाँ स्थापित हुई।