हंसी मज़ाक़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनकी क्लास में हंसी के ठहाके छूटते रहते हैं और इसी तरह हंसी मज़ाक़ के दौरान मात्र 10 घंटों में ही वह आदमी को संस्कृत बोलने के लायक़ बना देते हैं।
- आप हमारे ब्लॉग पर आये तो हमें भी आना ही पड़ा मगर यह ब्लॉग हंसी मज़ाक़ के लिए कुछ ठीक नहीं है बार बार आएंगे तो यहां हंसी के फ़व्वारे छूटने लगेंगे
- हमारी सूचना के मुताबिक शूटिंग के दौरान सेट पर करीना के हंसी मज़ाक़ और लगातार बात करने से रानी का पारा चढ़ गया और रानी ने करीना से बात करनी बंद कर दी .
- भरे पड़े हैं क़िस्सेकोई बेवक़ूफ़ी ऐसी जो हंसी मज़ाक़ में टल गई कोई ऐसी जो याद कर लूं तो आज भी शर्मिन्दा हो जाती हूँ और एक - दो ऐसी भी जो मुझे बहुत दुखी कर देती हैं तो . ..
- ( वसाएलुश्शीया जि 11 , स 412 ) आप ही फ़रमाते हैः واما المرو ّ ۃ فی السفرفبذل الزاد وحسن الخلق والمزاح فی غیر المعاصی सफ़र में मर्दानगी का मतलब सफ़र की ज़रूरी चीज़ें ख़र्च करना , अच्छे व्यवहार का इज़हार और गुनाह से बचते हुए हंसी मज़ाक़ करना।
- कहाँ हैं वह लोग जिनको तूने अपनी हंसी मज़ाक़ की बातों से लुभा लिया था और कहां हैं वह क़ौमें जिनको अपनी ज़ीनत व आराइश से मुब्तिलाए फ़ितना कर दिया था , देखो अब वह सब क़ब्रों में रहन हो चुके हैं और लहद में दुबके पड़े हुए हैं।
- तो मैंने कहा रोने वालियां आपके ग़म में रोएं ऐ अक़ील ! आप इस लोहे से फ़रयाद कर रहे हैं जिसे एक इन्सान ने फ़क़त हंसी मज़ाक़ में तपाया है और मुझे उस आग की तरफ़ खींच रहे हैं जिसे ख़ुदाए जब्बार ने अपने ग़ज़ब की बुनियाद पर भड़काया है।
- हमने अपनी हास परिहास वाली सैकड़ों टिप्पणियों के परस्पर आदान प्रदान में हंसी मज़ाक़ के बहुत सारे जुमले कसे हैं , लेकिन मुझे याद नहीं है कि किसीने कभी किसी की तुलना नागपंचमी के नाग से की हो, या दुकानदारी चमकाने के लिये एकदूसरे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया हो ।
- . ..अरे एक हो तो बताएँ न ....भरे पड़े हैं क़िस्सेकोई बेवक़ूफ़ी ऐसी जो हंसी मज़ाक़ में टल गई कोई ऐसी जो याद कर लूं तो आज भी शर्मिन्दा हो जाती हूँ और एक - दो ऐसी भी जो मुझे बहुत दुखी कर देती हैं तो ...न हम दुखी होना चाहते हैं ,न शर्मिन्दा और जो बात टल गई सो टल गई हा हा हा
- जब किसी संस्था के झन्डे को थामने वाले लोगों के निजी जीवन मे भलाई की जगह जलन व ईर्ष्या , हिम्मत दिलाने की जगह हिम्मत तोड़ना , प्रशंसा की जगह मज़ाक़ उड़ाना , मदद की जगह पर कमी निकालना , दूर-दर्शिता की जगह क्षणिक फ़ायदा , वफ़ादारी की जगह मक्कारी और मेहनत की जगह हंसी मज़ाक़ ले ले तो इस संस्था की हरकत और काम को ज़िन्दगी का सिम्बल समझना , ख़ुद ज़िन्दगी के साथ बहुत बड़ा मज़ाक़ है।