अंश ग्रहण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- परंतु स्व-अनुभव अथवा तर्क के आधार पर अपने मत का प्रतिपादन करने वाले संप्रदायों ने भी वेद आदि ब्राम्हण ( अर्थात् विद्वानों के ) ब्रम्ह विषयक ग्रंथों से कुछ अंश ग्रहण कर अपने पंथ में प्रमुखता दी।
- फिर भी इन्होंने कुछ विशेष अमूर्त कुशलताओं अथवा “ द्म ” तत्वों को भी स्वीकार किया है , यद्यपि वे बाह्य और सीमित रूप से “ ढ़ ” ( सामान्य ) तत्व से ही अंश ग्रहण करते हैं।
- ब्राह्मणों को भोजन करवाते समय भोजन का पात्र दोनों हाथों से पकड़कर लाना चाहिए अन्यथा भोजन का अंश राक्षस ग्रहण कर लेते हैं जिससे ब्रह्मणों द्वारा अन्न ग्रहण करने के बावजूद भी पितृगण भोजन का अंश ग्रहण नहीं करते हैं।
- कार्यक्रम में रचनाकार-श्रोता संवाद के अंतर्गत डॉ नरेंद्र गुप्ता , लक्ष्मण व्यास , प्रवीण कुमार जोशी , अफसाना बानो , कृष्णा सिन्हा , नटवर त्रिपाठी , एमएल डाकोत , विकास अग्रवाल ने चर्चा में भाग लिया और अंश ग्रहण किया।
- जो परिवर्तण में प्रत्यक्ष अंश ग्रहण करते है , द्वितीय वे लोग है जो परिवर्तण का विरोध करते है ,विरोध करने का भी विभिन्न कारण हो सकता है ,कुछ लोग परिवर्तण के कारण प्रभावित होते है ,जैसे यदि अर्थनीति में परिवर्तण हो रहा हो तो अर्थप्रधान लोग उसका विरोध करेंगे ,इस तरह अन्य अनेक कारण हो सकता हैं ।
- [ ३ ] जिज्ञासु के रूप में की भोजन के परिणामों के यथार्थ रूप को जानने की इच्छा से खाने वाला और चोथा [ ४ ] ज्ञान से की इस से लाभ -हानि क्या है जैसे अमृत व् जहर भोजन पाने के कारण शब्द , स्पर्श , रूप , रस , गंध के प्रसंग में इनके कारण रूप से भोजन का अंश ग्रहण करना होता है .
- महुए ने कुचे लिए इन कुचों से मोतियों जैसे रात में झरे और सबेरा हो जाने पर भी झरते रहे सबरा होने पर चँगेरी में चुनने के लिए लड़कियाँ आईं , रात में जानवर इन फूलों को खाते रहे मन भर जाने पर मनचाही जगह लिए महुए में फल आए फल कच्चे भी उपयोग में रहे पकने पर फूलों के समान ही, फलों के भी पशुओं, चिड़ियों और आदमियों ने अपने-अपने अंश ग्रहण किए *फलों के भीतर ही महुए का बीज होता है।