अचिंतन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जब मानव समाज में नगण्य कर्मावलम्बी परजीवी प्राणी क्रूरता , धृष्टता , झूठ और छल-कपट के बल पर अपनी आजीविका चलाने हेतु अज्ञान और अचिंतन के अन्धकार से भ्रमित निर्धन , शोषित और बौद्धिक कंगाल वर्ग के समक्ष खुद को उसका हितैषी और ठेकेदार प्रदर्शित कर , भय एवं ईश्वर के नाम से दिग्भ्रमित करने हेतु नए- नए तरीके खोजता है