अज्ञता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- किसीसे कहें कि तू अज्ञानी है तो उसे अच्छा लगेगा क्या ? जब अज्ञान आदमीको अच्छा नहीं लगता तो वह अपनेको अज्ञानी कैसे मानेगा ? अपनेमें ज्ञानका अभिमान हो सकता है , अपनेमें अज्ञता रह सकती है , पर अपनेको सर्वथा अज्ञानी नहीं मान सकता , क्योंकि यह परमात्माका अंश है ।
- इस अज्ञता , जड़ता और दु : ख का बोझ कितना भारी और भयंकर है और यह बोझ हमारे पढ़े-लिखे और अनपढ़ , धनी और निर्धन , सभी के कंधों पर एक-सा है और किसी को भी आगे नहीं बढ़ने देता , आज यह बात अच्छी तरह समझकर गोरा का चित्त हर पल व्याकुल रहने लगा।
- अज्ञाता भीषण अरण्य के सदृश हैं , जैसे अरण्य में मृगों को फँसाने के लिए जाल बिछे रहते हैं , चारों और काँटे बिखरे रहते हैं , जगह-जगह ऊँची-नीची भूमि रहती है , वैसे ही अज्ञता भी विषयवासनारूपी जालों से परिवेष्टित है , दुःखरूपी कण्टकों से आकीर्ण है और सम्पत्ति-विपत्ति से या स्वर्गनरकपरम्परा से पूर्ण है , इसलिए उससे मैं शीघ्र मुक्त होना चाहता हूँ।
- तो क्या वे समाज की भलाई के लिए ऐसा कहते हैं अथवा स्वार्थ से अंधे हो कर ? मुट्ठी भर अमीरों के विलास के लिए लाखों स्त्री-पुरुष अज्ञता के अंधकार और अभाव के नरक में पड़े रहें ! क्योंकि उन्हें धन मिलने पर या उनके विद्या सीखने पर समाज डाँवाडोल हो जायगा ! समाज है कौन ? वे लोग जिनकी संख्या लाखों है ? या आप और मुझ जैसे दस - पाँच उच्च श्रेणी वाले !!
- तो क्या वे समाज की भलाई के लिए ऐसा कहते हैं अथवा स्वार्थ से अंधे हो कर ? मुट्ठी भर अमीरों के विलास के लिए लाखों स्त्री-पुरुष अज्ञता के अंधकार और अभाव के नरक में पड़े रहें ! क्योंकि उन्हें धन मिलने पर या उनके विद्या सीखने पर समाज डाँवाडोल हो जायगा ! समाज है कौन ? वे लोग जिनकी संख्या लाखों है ? या आप और मुझ जैसे दस - पाँच उच्च श्रेणी वाले !!
- तो क्या वे समाज की भलाई के लिए ऐसा कहते हैं अथवा स्वार्थ से अंधे हो कर ? मुट्ठी भर अमीरों के विलास के लिए लाखों स्त्री-पुरुष अज्ञता के अंधकार और अभाव के नरक में पड़े रहें ! क्योंकि उन्हें धन मिलने पर या उनके विद्या सीखने पर समाज डाँवाडोल हो जायगा ! समाज है कौन ? वे लोग जिनकी संख्या लाखों है ? या आप और मुझ जैसे दस - पाँच उच्च श्रेणी वाले !!