अधरामृत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सब तंत्र और मन्त्र क्रिया विधि से , मुरली ध्वनी प्रयोग बड़ा हैं हरी कृष्ण सभी सत वयंजन में , अधरामृत मोहन भोग बड़ा है जग में वही औषधि है ही नहीं , सब रोगों में प्रेम का रोग बड़ा है जिसे योगी पतंजलि ने भी रचा , उस योग से कृष्ण वियोग बड़ा है
- ! बांसुरी - * प्राण फूंके कान्हां ने * * बांस की पुगलिया में *** * बाँसुरी बन कर बजी *** * ब्रज मंडल की गलियों में *** * अधरामृत से कान्हां के *** * स्वर मधुर उसके हुए *** ! टीसी अन्तर-फलक , बनी जो ऐबी सीडी - - ऐबी सीडी दे मचा , रोज तहलका दोस्त ।
- चंचल चपल हे मृगनयनी नयन बाण से बिद्ध ह्रदय लो अधरामृत का लेप लगाकर प्रेम को आधार बनाकर होशो-हवास पर मोहिनी बरसाकर मुझको अपना श्याम बना लो महारास की शीतल बेला में रूप-लावण्य का रंग बिखरे है पायल की छम-छम छंकारों पर प्रीत का बादल नृत्य किए है दास को प्रेम सुधा का पान कराकर जीवन का अलंकार बनाकर अपने हृदयांगन का प्रहरी बना लो चंचल चपल हे मृगनयनी मुझको अपना दास बना लो
- छोड़ द्रुमों की मृदु छाया , तोड़ प्रकृति से भी माया, बाले! तेरे बाल-जाल में कैसे उलझा दूँ लोचन? भूल अभी से इस जग को! तज कर तरल तरंगों को, इन्द्रधनुष के रंगों को, तेरे भ्रू भ्रंगों से कैसे बिधवा दूँ निज मृग सा मन? भूल अभी से इस जग को! कोयल का वह कोमल बोल, मधुकर की वीणा अनमोल, कह तब तेरे ही प्रिय स्वर से कैसे भर लूँ, सजनि, श्रवण? भूल अभी से इस जग को! ऊषा-सस्मित किसलय-दल, सुधा-रश्मि से उतरा जल, ना, अधरामृत ही के मद में कैसे बहला दूँ जीवन? भूल अभी से इस जग को!