अध्वर्यु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- परशुराम के उस यज्ञ में कश्यप ने आचार्य और वसिष्ठ ने अध्वर्यु का कार्य सम्पन्न किया ।
- यज्ञ में अध्वर्यु , उद्गाता , ब्रह्म , होता , आचार्य एवं यजमान ये याजक गण होते हैं।
- होता , ब्रह्मा, अध्वर्यु तथा उद्गाता को पूरब, दक्षिण, पश्चिम तथा उत्तर दिशाओं में विजित देशों की संपति क्रमश:
- ' इसका अर्थ यह है कि अध्वर्यु ऋत्विक का कार्य विधिवत मन्त्रोच्चार करते हुए यज्ञ में आहुति देना होता है।
- यज्ञ के लिए कुश काटने के पश्चात् अध्वर्यु कुश की प्रार्थना करता है- ‘‘ देवबर्हिः शतवल्शं विरोह , सहस्रवल्शा वि वयं रूहेम।
- हे अध्वर्यु , जैसे पृथ्वी पर उत्पन्न कृषक का खाद्यान्न किसी से छुपाया नही जाता इसी प्रकार सब अर्थोपार्जन मे भी पारदर्शिता होनी
- यज्ञ के अध्वर्यु सुनील लिमये तथा अग्निहोत्री बिल्लाल आप्टे ने बताया कि यह विशेष आहुति प्रकृति के शुद्धिकरण का मूल आधार है।
- चातुर्मास्य याग में अध्वर्यु और प्रतिप्रस्थाता गार्हपत्य अग्नि में से इन पात्रों में अग्नि निकालकर उत्तरवेदी और आहवनीय में अग्नि का प्रस्थापन करते हैं ।
- आश्रम में वाजपेय सोमयज्ञ में अध्वर्यु सुनील लिमये ने इसका विस्तार से वर्णन करते हुए देशभर में इसके सकारात्मक और शुभ फलदायी परिणामों का विश्वास दिलाया।
- चतुर्थखण्ड में होता , अध्वर्यु , ब्रह्मा , उद्गाता और सदस्य प्रभृति ऋत्विजों तथा होत्राच्छंसी और चमसाध्वर्यु आदि उपऋत्विजों के यागगत प्रकीर्ण धर्मों का सामान्य निरूपण है।