अनवस्था का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उपर्युक्त मत में मीमांसक लोग अनवस्था दोष बताते हैं ( अनवस्था उसे कहते हैं जिसमें कल्पना का विश्राम न हो।)
- उपर्युक्त मत में मीमांसक लोग अनवस्था दोष बताते हैं ( अनवस्था उसे कहते हैं जिसमें कल्पना का विश्राम न हो।)
- उपर्युक्त मत में मीमांसक लोग अनवस्था दोष बताते हैं ( अनवस्था उसे कहते हैं जिसमें कल्पना का विश्राम न हो।
- उपर्युक्त मत में मीमांसक लोग अनवस्था दोष बताते हैं ( अनवस्था उसे कहते हैं जिसमें कल्पना का विश्राम न हो।
- इस तरह जब कहीं अप्रामाणिक रूप में अनन्त पदार्थ की कल्पना करनी पड़ती है तो इसे अनवस्था दोष कहते है।
- इसी प्रकार अनवस्था , संकर, व्यतिकर आदि दोषों का भी लेखक नेप्राचीन परम्परागत ढंग से निराकरण करके स्याद्धाद का समर्थन किया है.
- यदि ज्ञान अपने ज्ञान के लिए अन्य ज्ञान पर आश्रित होगा तो ज्ञान का ज्ञान कभी भी नहीं हो सकेगा और अनवस्था दोष आ जायेगा।
- तब तो उक्त विचार या अन्तिम साक्षात्कारवृत्ति मोक्ष में भी अवशिष्ट रहेगी , उसका अन्य से नाश मानने मे अनवस्था होगी , इस पर कहते हैं।
- इस व्याप्ति का ज्ञान करने के लिए पुन : शब्द प्रमाण का सहयोग लेना पड़ेगा फलत : पुन : पूर्वदर्शित पद्धति से अनवस्था दोष की प्रसक्ति अपरिहार्य हो जाएगी।
- चेतनरूप आपको कोई दूसरा चेतन प्रकाशित करता है , ऐसा यदि मानो , तो उसको भी दूसरा चेतन प्रकाशित करेगा , यों अनवस्था भी होगी , ऐसा कहते हैं।