अनुचिंतन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘ डॉ . अनेकांत कुमार जैन ने ‘ अहिंसा दर्शन : एक अनुचिंतन ' के माध्यम से विभिन्न धर्म शास्त्रों से अहिंसा की खोज करते हुए अनेक महापुरुषों के चिंतन और प्रयोगों में उसके महत्व को समझाया है .
- इस किताब के ब्लर्ब पर हमारे समय के प्रमुख कवि और उभरते हुए समर्थवान आलोचक पंकज चतुर्वेदी ने एक जगह लिखा है - ' शिरीष की रचनाओं में ताजा , स्वस्थ , निर्मल और अकुंठित सौन्दर्य है , जो चीज़ों के निकटस्थ निरीक्षण और आत्मीय अनुचिंतन से जन्मा है .
- अनुचिंतन ( अपनी मानसिक अवस्थाओं तथा गुणों के बारे में सोचना तथा उनसे गुजरना ) को भी अंतर्निरीक्षण का समानार्थी नहीं समझना चाहिए , क्योंकि अनुचिंतन भी व्यवहित होता है और उसमें वाचिक विवरन का संसाधन , अपने कार्यों का विश्लेषण , संबंधित निष्कर्ष निकालना , अपने बारे में अपने मत की दूसरों के मत से तुलना , आदि शामिल रहते हैं।
- अनुचिंतन ( अपनी मानसिक अवस्थाओं तथा गुणों के बारे में सोचना तथा उनसे गुजरना ) को भी अंतर्निरीक्षण का समानार्थी नहीं समझना चाहिए , क्योंकि अनुचिंतन भी व्यवहित होता है और उसमें वाचिक विवरन का संसाधन , अपने कार्यों का विश्लेषण , संबंधित निष्कर्ष निकालना , अपने बारे में अपने मत की दूसरों के मत से तुलना , आदि शामिल रहते हैं।