अन्त काल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पति - परायण रहेगी तो अन्त काल में भी पति का स्मरण करती हुई शरीर त्याग कर पुरुष - योनि को प्राप्त हो जायगी और अगले जन्म में भगवत् परायण होकर भगवान में मिल जायगी।
- इससे नाम के संस्कार जैसे -2 बढ़ेगे वैसे- 2 पापो के संस्कार नष्ट होगे और अन्त काल मे भगवान का स्मरण होगा ; क्योकि जिसका अभ्यास होता है अन्त समय मे उसी का स्मरण होता है ।
- भू-मंडल पर इस प्रकार दृष्टि डालिए कि आदि से आज तक और भविष्य से अन्त काल तक बसने वाले सारे मनुष्य एक ही समय में आपके सामने हों , फिर देखिए कि मनुष्य के जीवन में बिगाड़ के जितने रूप उत्पन्न हुए हैं या होने संभव हैं उन सबकी जड़ क्या है और क्या हो सकती है ?