अपरस का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यहां का पानी चर्म रोगियों के लिए रामबाण दवा है , एक्जिमा , अपरस , खुजली जैसी गंभीर बीमारी के रोगी यहां स्नान करने आते हैं।
- अद्यतन सूचना से यह मालूम होता है कि सारिआसिस ( अपरस ) मुख्यत : इन दो कारणों से होता हैः एक वंशानुगत पूर्ववृत्ति और दूसरा स्वतः असंक्राम्य प्रतिक्रिया से।
- सोरायसिस , जिसे हिन्दी में विचर्चिका , चम्बल या अपरस रोग कहते हैं , बहुत ही कष्टदायक , कष्टसाध्य और किसी किसी केस में असाध्य ( लाइलाज ) रोग है।
- सामान्य भाषा में इसे अपरस कहते है इसमें शरीर के किसी भी भाग में चमडी छिलके के रूप में निकलती है इसका इलाज भी अल्ट्रावायलेट लैम्प के द्वारा होता है ।
- सामान्य भाषा में इसे अपरस कहते है इसमें शरीर के किसी भी भाग में चमडी छिलके के रूप में निकलती है इसका इलाज भी अल्ट्रावायलेट लैम्प के द्वारा होता है ।
- ऐसे कुछ स्वप्रतिरक्षी रोगों , जिनके पुरूषों में होने की स्त्रियों के बराबर या अधिक संभावना होती है, में शामिल हैं -अचलताकारक कशेरूकाशोथ, प्रकार 1 मधुमेह, वेजेनर की ग्रेनुलोमेटोसिस, क्रान का रोग और अपरस.
- ऐसे कुछ स्वप्रतिरक्षी रोगों , जिनके पुरूषों में होने की स्त्रियों के बराबर या अधिक संभावना होती है, में शामिल हैं -अचलताकारक कशेरूकाशोथ, प्रकार 1 मधुमेह, वेजेनर की ग्रेनुलोमेटोसिस, क्रान का रोग और अपरस.
- अ-नति ( नम्रता का अभाव) : अनति (थोड़ा), अ-परस (जिसे किसी ने न छुआ हो) : अपरस (एक चर्म रोग), भू-तत्व (पृथ्वी-तत्व) : भूतत्व (भूत होने का भाव) आदि समस्त पदों की भी यही स्थिति है।
- अ-नति ( नम्रता का अभाव) : अनति (थोड़ा), अ-परस (जिसे किसी ने न छुआ हो) : अपरस (एक चर्म रोग), भू-तत्व (पृथ्वी-तत्व) : भूतत्व (भूत होने का भाव) आदि समस्त पदों की भी यही स्थिति है।
- अ-नति ( नम्रता का अभाव) : अनति (थोड़ा), अ-परस (जिसे किसी ने न छुआ हो) : अपरस (एक चर्म रोग), भू-तत्व (पृथ्वी-तत्व) : भूतत्व (भूत होने का भाव) आदि समस्त पदों की भी यही स्थिति है।