अमानवता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सड़कों के यथार्थ , उसकी व्यथा और विडंबना का खुलासा करती है यह कहानी और अम्बुज जी ने सड़कों पर फलती- फूलती अमानवता की सच्चाई के रंग , रूप और कारणों की तहों को बखूबी उजागर किया है ...
- गिलियम जिस कथा का वर्णन करते हैं वह इस सर्वाधिकारवादी समाज के उन तरीकों के रूप में उपभोक्तावाद पर विद्रूप हंसी की दृष्टि डालती है , जिसका प्रयोग यह समाज लोगों का ध्यान अपनी अन्तर्निहित अमानवता से हटाने के लिए करता है.
- गिलियम जिस कथा का वर्णन करते हैं वह इस सर्वाधिकारवादी समाज के उन तरीकों के रूप में उपभोक्तावाद पर विद्रूप हंसी की दृष्टि डालती है , जिसका प्रयोग यह समाज लोगों का ध्यान अपनी अन्तर्निहित अमानवता से हटाने के लिए करता है.
- देशों विदेशों में यात्राओं से शायद मुझे इस बढ़ती अमानवता को देखने का अधिक मौका मिलता है . मुझे लगता है कि इस स्थिति में इस बारे में ईमानदारी से बात करना, एक दूसरे के दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करना और करते रहना, बहुत आवश्यक है.
- स्वार्थ , दंभ, लोलुपता, अहंकार, भोग की प्रवृत्ति, तृप्ति के लिए किए गए शोषण, प्रभुता तथा अधिकार और अपने को ही सारे सुखों, संपदाओं और वैभव तथा ऐ·ार्य का दावेदार समझने की प्रवृत्ति उनकी दृष्टि में वे पशुभाव हैं जो मनुष्य को पशुता, अमानवता और अनैतिकता की ओर ले जाते हैं।
- जो चीज़ किसी दुस्वपन जैसी ही भयावह , तर्कहीन और संगतिहीन हो, उसका सामना तभी किया जा सकता है जब विचार और यथार्थ की सारी सुरक्षाओं का सहारा छोड़ कर आदमी खड़ा हो जाये, दुःस्वपन के सारे भय और सारी तकलीफ़ों को झेलने के लिए, और तलाश करे कि उस अर्थहीन अमानवता की जड़ें कहाँ हैं.
- कुरुक्षेत्र 26 जून ( विनोद खुंगर ) हेमकुंड साहिब से सकुशल लौटे 16 श्रद्धालुओं के लिए सपने जैसा था तबाही और मौत का मंजर , कहा तबाही देखकर नम हो जाती हैं आंखें , तबाही को याद कर बार बार बेहोश होती है महिलाएं , हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी भी कर रहे है यात्रियों के साथ अमानवता का व्यवहार
- जो चीज़ किसी दुस्वपन जैसी ही भयावह , तर्कहीन और संगतिहीन हो , उसका सामना तभी किया जा सकता है जब विचार और यथार्थ की सारी सुरक्षाओं का सहारा छोड़ कर आदमी खड़ा हो जाये , दुःस्वपन के सारे भय और सारी तकलीफ़ों को झेलने के लिए , और तलाश करे कि उस अर्थहीन अमानवता की जड़ें कहाँ हैं .
- …किसी बलात्कारित से शादी करना पता नहीं क्यों अच्छा नहीं लगता लोगों को , जबकि वे जानते हैं कि यह अमानवता है, आखिर हमारा समाज भी तो कई रोगों से ग्रस्ति रहा है और है, तो उसे चलते रहने का हक है और उन्हें नहीं? …फिलहाल आपके सवाल का जवाब नहीं दे पाएंगे क्योंकि यह बहुत आवश्यक नहीं कि वचन दें ही।
- किसी बलात्कारित से शादी करना पता नहीं क्यों अच्छा नहीं लगता लोगों को , जबकि वे जानते हैं कि यह अमानवता है , आखिर हमारा समाज भी तो कई रोगों से ग्रस्ति रहा है और है , तो उसे चलते रहने का हक है और उन्हें नहीं ? … फिलहाल आपके सवाल का जवाब नहीं दे पाएंगे क्योंकि यह बहुत आवश्यक नहीं कि वचन दें ही।