अरण्यक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अरण्यक वेद के ब्राह्मणों के वे भाग हैं जिनकी रचना जंगलों में हुई थी।
- अरण्यक के आठवें अध्याय की दूसरी कंडिका में कुछ पंक्तियां यूं हैं : अन्नं ही
- * अरण्यक - मंत्रो की व्याख्या * उपनिषद - वेदों का अंतिम और उपसंहारात्मक भाग
- “ अरण्यक ” में निहित गूढ़ सामग्री “ उपनिषद् ” के नाम से जाने जाते हैं।
- इसका मुख्य स्त्रोत उपनिषद है जो वेद ग्रंथो और अरण्यक ग्रंथों का सार समझे जाते हैं।
- इसका मुख्य स्त्रोत उपनिषद है जो वेद ग्रंथो और अरण्यक ग्रंथों का सार समझे जाते हैं।
- इसका मुख्य स्त्रोत उपनिषद है जो वेद ग्रंथो और अरण्यक ग्रंथों का सार समझे जाते हैं।
- अरण्यक गुफा , कैलाश गुफा, मकर गुफा, मरप गुफा और कनक गुफा प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है।
- इन्हीं की शाखाओं से संबद्ध ब्राह्मण , अरण्यक और उपनिषद् नामक ग्रंथों का विशाल वाङ्मय प्राप्त है।
- इन्हीं की शाखाओं से संबद्ध ब्राह्मण , अरण्यक और उपनिषद् नामक ग्रंथों का विशाल वाङ्मय प्राप्त है।