अरिष्ट का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- स्वस्ति नः स्ताक्ष्यों अरिष्ट नेमी स्वस्तिने वृहस्पतिर्दधातु।।
- इससे अरिष्ट ग्रहों की शांति होती है।
- का बलहीन होना : मूल का अरिष्ट
- दूसरा चरण : पिता को अरिष्ट
- नक्षत्रों के अरिष्ट फल को बलहीन
- फलित करते समय अरिष्ट भंग योग भी देख लेने चाहिएं।
- मंगल चौथे और आठवें घर में अरिष्ट फल देता है।
- इसका अरिष्ट भी मिलता है ।
- सामान्यतया समस्त मूल नक्षत्र को अरिष्ट कारक माना गया है।
- अरिष्ट निवारक महामृत्युंजय महादेव डाॅ .