अलम् का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भारतीय हृदय का सामान्य स्वरूप पहचानने के लिए पुराने प्रचलित ग्रामगीतों की ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है , केवल पंडितों द्वारा प्रवर्तित काव्यपरंपरा का अनुशीलन ही अलम् नहीं है।
- एक बार फिर इतना ही कहना अलम् होगा कि ये कवि किसी एक सम्प्रदाय के नहीं हैं ; न सबकी साहित्यिक मान्यताएँ एक हैं , न सामाजिक , न राजनीतिक ; न ही उनकी जीवन-दृष्टि में ऐसी एकरूपता है।
- लेख बहुत बढ़ गया , परन्तु उपसंहार में कुछ कह देना आवश्यक होने के कारण यही कहना अलम् है कि ऋग्वेद और अवेस्ता के अध्ययन के बाद पौराणिक तथा बौद्ध साहित्य के अध्ययन करने पर हमें हिमालयोत्तर-प्रदेशों का सच्चा ऐतिहासिक परिचय मिल सकता है।
- लेख बहुत बढ़ गया , परन्तु उपसंहार में कुछ कह देना आवश्यक होने के कारण यही कहना अलम् है कि ऋग्वेद और अवेस्ता के अध्ययन के बाद पौराणिक तथा बौद्ध साहित्य के अध्ययन करने पर हमें हिमालयोत्तर-प्रदेशों का सच्चा ऐतिहासिक परिचय मिल सकता है।
- | कुछ वे तत्त्व जो व्यक्ति जीवन की सीमाओं को समाज जीवन से प्रतिबद्ध करते हैं उनमे क्या भाषा को भी रखें . .. ? यदि नहीं .... तो .... अलम् विवादेन | पुनश्च , यदि हाँ तो कोई तो जगह तो बनानी ही पड़ेगी सम्वाद की ...
- | कुछ वे तत्त्व जो व्यक्ति जीवन की सीमाओं को समाज जीवन से प्रतिबद्ध करते हैं उनमे क्या भाषा को भी रखें . .. ? यदि नहीं .... तो .... अलम् विवादेन | पुनश्च , यदि हाँ तो कोई तो जगह तो बनानी ही पड़ेगी सम्वाद की ...
- सोऽहँ आत्मा भी नहीं है तो परमात्मा होने की बात ही कहाँ ? अवतार तो एकमात्र एकमेव '' एक '' परमतत्त्वम् रूप आत्मतत्त्वम् शब्द रूप भगवत्तत्त्वम् रूप अलम् रूप शब्द ( बचन ) रूप गॉड रूप खुदा-गॉड-भगवान् का ही होता है , अन्य किसी का भी नहीं ।
- अध्यात्म आत्म ज्योति या दिव्य ज्योति या ब्रम्ह ज्योति , आलिमे नूर या डिवाइन लाइट या चांदना या स्वयं ज्योति या सहज प्रकाश या भर्गो ज्योति आदि प्रधान होता है जबकि तत्त्वज्ञान परमतत्त्वं ( आत्मतत्त्वम् ) शब्द ब्रम्ह रूप अलम् ( आलिफ् लाम् मिम् ) रूप गॉड रूप ‘ वर्ड ' या ‘ बचन ' रूप सत्य प्रधान।