अशंक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शत-शुद्धि-बोध - सूक्ष्मतिसूक्ष्म मन का विवेक , जिनमें है क्षात्र-धर्म का घृत पूर्णाभिषेक , जो हुए प्रजापतियों से संयम से रक्षित , वे शर हो गए आज रण में श्रीहत , खण्डित ! देखा है महाशक्ति रावण को लिये अंक , लांछन को ले जैसे शशांक नभ में अशंक ; हत मन्त्र-पूत शर सम्वृत करतीं बार-बार , निष्फल होते लक्ष्य पर क्षिप्र वार पर वार।