अशराफ़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लेकिन मुस्लिम और हिंदू अभिजात्य और ज़मींदार वर्ग , या यों कहें कि हिंदू सवर्ण और मुस्लिम अशराफ़ तबकों , की यह एकता १ ८८ ० के बाद , जब सांप्रदायिक दंगों का चलन तेज होता है , टूटती हुई नज़र आती है और धीरे-धीरे धार्मिक पहचान यहाँ की मुख्य पहचान बनने लगती है .
- इसकी एक बानगी बिहार में देखने को मिली है जहाँ अगड़ी मलिक मुस्लिम जाति को पिछड़ी जातियों के लिस्ट में ले आया गया है और इसके लिए अशराफों की ओर से मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद ज्ञापित किया गया और उनसे आग्रह किया गया कि बाकी के तीन अशराफ़ जातियों-शेख , सैयद और पठान- को भी पिछड़ों की लिस्ट में शामिल किया जाए.
- इसकी एक बानगी बिहार में देखने को मिली है जहाँ अगड़ी मलिक मुस्लिम जाति को पिछड़ी जातियों के लिस्ट में ले आया गया है और इसके लिए अशराफों की ओर से मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद ज्ञापित किया गया और उनसे आग्रह किया गया कि बाकी के तीन अशराफ़ जातियों-शेख , सैयद और पठान- को भी पिछड़ों की लिस्ट में शामिल किया जा ए.
- उर्दू वालों , और समझदार विद्वानों के एक बड़े तबक़े का मानना रहा है कि तथाकथित खड़ी बोली को साहित्य के रूप में व्यवहार करने का काम नस्तालिक़ लिपि में होता रहा है और इसलिए मोटे तौर पर दिल्ली और दकन के मुस्लिम अशराफ़ द्वारा विकसित भाषा (खड़ी बोली के साहित्य) को नागरी लिपि में लिखना एक किसी अन्य (औपनिवेशिक व साम्प्रदायिक) मक़सद से प्रेरित हरकत हैं।
- उर्दू वालों , और समझदार विद्वानों के एक बड़े तबक़े का मानना रहा है कि तथाकथित खड़ी बोली को साहित्य के रूप में व्यवहार करने का काम नस्तालिक़ लिपि में होता रहा है और इसलिए मोटे तौर पर दिल्ली और दकन के मुस्लिम अशराफ़ द्वारा विकसित भाषा ( खड़ी बोली के साहित्य ) को नागरी लिपि में लिखना एक किसी अन्य ( औपनिवेशिक व साम्प्रदायिक ) मक़सद से प्रेरित हरकत हैं।
- यदि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग और मंडल आयोग ने सवर्ण या अशराफ़ मुसलमानों को आरक्षण की लिस्ट से बाहर रखा तो इसका कोई तो वजह रहा होगा ! हमारे देश में शारीरिक श्रम करने वाली पिछड़ी जातियों को आरक्षण इसलिए दिया गया है कि पूरा का पूरा पिछड़ा जमात सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा हुआ है और सरकारी नौकरियों और शिक्षा में उनकी भागीदारी उनकी जनसंख्या के अनुपात में बहुत कम है .