अष्टादश का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ससपत्नता ' ' [ श्लोक- २ , अरण्य कांड , अष्टादश ::
- एकादश से अष्टादश अध्याय तक के मन्त्रों का विषय अग्निचयन है।
- सुता ' [ उत्तर कांड , अष्टादश : सर्ग : .
- सुता ' [ उत्तर कांड , अष्टादश : सर्ग : .
- वेदों की श्रुति-परम्परा ने अपनेज्ञान का प्रसार करते हुए उपनिषद् , अष्टादश
- वेदों की श्रुति-परम्परा ने अपनेज्ञान का प्रसार करते हुए उपनिषद् , अष्टादश
- भागवत या श्रीमद्भागवत अष्टादश पुराणों में नितांत महत्वपूर्ण तथा प्रख्यात पुराण है।
- उनकी स्मृतितत्व के टीकाकारों में अष्टादश शताब्दी के बाङ्गाली काशीराम बाचस्पति प्रसिद्ध हैं।
- ” ' अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचन द्वयम् , परोपकाराय पुष्याय पापाय पर पीडनम्।
- ” ' अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचन द्वयम् , परोपकाराय पुष्याय पापाय पर पीडनम्।