असंभवता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- स्त्री जीवन में प्रेम की असंभवता को उन्होंने अपने अनुभवों के तईं ही जाना बूझा और प्रेम के बदले मिलने वाले संताप , पुरुष-वर्चस्व के घटाटोप में घुट कर जीने वाली स्त्री की वेदना को गहरे तक महसूस किया।
- आश्चर्यो वक्ता कुशलोऽस्य लब्धाऽऽश्चर्यो ज्ञाता कुशलानुशिष्ट : '' ( 1 । 2 । 7 ) यही बात ज्यों की त्यों गीता ने भी कुछ और भी विशद रूप से इसकी असंभवता को दिखाते हुए यों कही है कि ' आश्चर्यवत्पश्यति कश्चिदेनमाश्चर्यवद्वदति तथैव चान्य : ।
- वह वाक् में , शब् द में , अर्थ में , रस में , ध् वनि में , रीति में , वक्रोक् ति में , उक् तिवैचित्र्य मे - यहॉं तक कि किसी असंभवता में भी कुछ खोजने बीनने और रचने से उद्वेलित है .
- मानसिक तौर पर अस्वस्थ रोगियों पर किये अध्ययन से पता चलता है कि समय के साथ-साथ भ्रमों की तीव्रता और विश्वास की दृढ़ता में हेर-फ़ेर होने लगता है जिससे यह संकेत मिलता है कि ये ज़रूरी नहीं है कि निश्चितता और सुधारने में असंभवता , ये दोनों भ्रमित करने वाली धारणाओं के घटक हों.
- मानसिक तौर पर अस्वस्थ रोगियों पर किये अध्ययन से पता चलता है कि समय के साथ-साथ भ्रमों की तीव्रता और विश्वास की दृढ़ता में हेर-फ़ेर होने लगता है जिससे यह संकेत मिलता है कि ये ज़रूरी नहीं है कि निश्चितता और सुधारने में असंभवता , ये दोनों भ्रमित करने वाली धारणाओं के घटक हों.
- एक दीवार और एक छत का सही इस्तेमाल तब नहीं होता जब वे सोने और बारिशों से बचाने भर के काम आएँ , बल्कि तब होता है जब उनसे कोई नई शुरुआत जन्म ले, गोया हर रोज के सोने की गतिविधि के दौरान इंसान और उसकी संरचानाओं के बीच एक सेतु बने, अथवा उनकी क्षणिक असंभवता.
- एक दीवार और एक छत का सही इस्तेमाल तब नहीं होता जब वे सोने और बारिशों से बचाने भर के काम आएँ , बल्कि तब होता है जब उनसे कोई नई शुरुआत जन्म ले , गोया हर रोज के सोने की गतिविधि के दौरान इंसान और उसकी संरचानाओं के बीच एक सेतु बने , अथवा उनकी क्षणिक असंभवता .
- “मैं कभी कभी असंभवता विचार है कि एक ग्राम प्रति लीटर के हज़ारवां से कम आर्सेनिक की सांद्रता के साथ पीने के पानी की यह कर सकता है , और लगता है कि मैं गलत हो गया है लेकिन हमारे साल भारत और चिली में आर्सेनिक जोखिम के साथ काम करने की इस अध्ययन के साथ पूरी तरह से टाई. ”
- वे दिन ' की तमाम क्राफ़्टमैनशिप इन किरदारों की अपने स् पेस में छटपटाहट और समांतर स् पेसों के पारस् परिक संवाद की असंभवता को लक्ष् य करने में है , जिसे निर्मल वर्मा ने प्राग के कासल , गिरजों , मॉनेस् ट्री , वल् तावा के पुलों और एम् बैंकमेंट के दुहराते हुए , मेलंकलिक मोनोटॅनी-सी गढ़ते डिटेल् स के साथ बुना है .